Mehabooba Songtext
von Ravi Basrur
Mehabooba Songtext
जब तक है ज़मीं
जब तक है आसमाँ
तुम मेरे ही रहो
बस इतना ही अरमाँ
तुझे बाँध लूँ मैं आँचल में
जैसे चाँद रहे बादल में
हम जँचते हैं ऐसे जैसे
सजे नैन काजल में
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, ओ, मैं तेरी महबूबा
शुरू हो रही हैं नई मंज़िलें
नई ज़िंदगी का सफ़र
शाम उतरे जहाँ चाँदनी ओढ़ कर
धूप बिखरी रहे जिस जगह रेत पर
इस जहाँ से परे, आ, वहीं हम चलें
रात लेटी रहे अपनी चादर तले
मैं गुड़िया बन जाऊँगी
मेरे साथ तू खेलते रहना
कभी बाँहों में झूला झूलाना
कभी दिल से लगा लेना
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, ओ, मैं तेरी महबूबा
जब तक है आसमाँ
तुम मेरे ही रहो
बस इतना ही अरमाँ
तुझे बाँध लूँ मैं आँचल में
जैसे चाँद रहे बादल में
हम जँचते हैं ऐसे जैसे
सजे नैन काजल में
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, ओ, मैं तेरी महबूबा
शुरू हो रही हैं नई मंज़िलें
नई ज़िंदगी का सफ़र
शाम उतरे जहाँ चाँदनी ओढ़ कर
धूप बिखरी रहे जिस जगह रेत पर
इस जहाँ से परे, आ, वहीं हम चलें
रात लेटी रहे अपनी चादर तले
मैं गुड़िया बन जाऊँगी
मेरे साथ तू खेलते रहना
कभी बाँहों में झूला झूलाना
कभी दिल से लगा लेना
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, मैं तेरी महबूबा
महबूबा, ओ, मैं तेरी महबूबा
Writer(s): Kinnal Raj, Ravi Basrur Lyrics powered by www.musixmatch.com