Dil Se Judi Dil Ki Songtext
von Rajesh Roshan
Dil Se Judi Dil Ki Songtext
दिल से जुड़ी दिल की कड़ी
हलचल-हलचल हर घड़ी
लगता है कुछ हो गया, मेरे यार
दिल से जुड़ी दिल की कड़ी
हलचल-हलचल हर घड़ी
लगता है कुछ हो गया, मेरे यार
दिल से जुड़ी दिल की कड़ी
हलचल-हलचल हर घड़ी
लगता है कुछ हो गया, मेरे यार
चल-चल आँखे चार कर
दिल में बिठा के प्यार कर
अब नहीं होता मुझसे इंतज़ार
हल्का-हल्का दर्द है
दर्द में भी आराम है
हल्का-हल्का दर्द है
दर्द में भी आराम है
जान-ए-मन पहचान ले
इश्क़ इसी का नाम है
सुन ले, सुन ले मंछली
दिल में मची है खलबली
तूने किया है कितना बेक़रार
चल-चल आँखे चार कर
दिल में बिठा के प्यार कर
अब नहीं होता मुझसे इंतज़ार
तेरे-मेरे प्यार का आया है मौसम नया
तेरे-मेरे प्यार का आया है मौसम नया
तेरी ज़ुल्फ़ें जो खुली शहर में गुल खिल गया
फागुन वाली धूप है, दिलबर का क्या रुप है
जी करता है देखूँ बार-बार
दिल से जुड़ी दिल की कड़ी
हलचल-हलचल हर घड़ी
लगता है कुछ हो गया, मेरे यार
चल-चल आँखे चार कर
दिल में बिठा के प्यार कर
अब नहीं होता मुझसे इंतज़ार
हलचल-हलचल हर घड़ी
लगता है कुछ हो गया, मेरे यार
दिल से जुड़ी दिल की कड़ी
हलचल-हलचल हर घड़ी
लगता है कुछ हो गया, मेरे यार
दिल से जुड़ी दिल की कड़ी
हलचल-हलचल हर घड़ी
लगता है कुछ हो गया, मेरे यार
चल-चल आँखे चार कर
दिल में बिठा के प्यार कर
अब नहीं होता मुझसे इंतज़ार
हल्का-हल्का दर्द है
दर्द में भी आराम है
हल्का-हल्का दर्द है
दर्द में भी आराम है
जान-ए-मन पहचान ले
इश्क़ इसी का नाम है
सुन ले, सुन ले मंछली
दिल में मची है खलबली
तूने किया है कितना बेक़रार
चल-चल आँखे चार कर
दिल में बिठा के प्यार कर
अब नहीं होता मुझसे इंतज़ार
तेरे-मेरे प्यार का आया है मौसम नया
तेरे-मेरे प्यार का आया है मौसम नया
तेरी ज़ुल्फ़ें जो खुली शहर में गुल खिल गया
फागुन वाली धूप है, दिलबर का क्या रुप है
जी करता है देखूँ बार-बार
दिल से जुड़ी दिल की कड़ी
हलचल-हलचल हर घड़ी
लगता है कुछ हो गया, मेरे यार
चल-चल आँखे चार कर
दिल में बिठा के प्यार कर
अब नहीं होता मुझसे इंतज़ार
Writer(s): Sameer Anjaan, Rajesh Roshan Lyrics powered by www.musixmatch.com