Chaahat Songtext
von Rahat Fateh Ali Khan
Chaahat Songtext
मैं तो बस तेरी चाहत में चाहूँ रहना सदा
मैं तो बस तेरी क़ुर्बत में चाहूँ रहना सदा
साया भी तेरा मैं होने ना दूँ जुदा
मैंने तय कर लिया
तेरे इश्क़ पे, तेरे वक़्त पे बस हक़ है इक मेरा
तेरी रूह पे, तेरे जिस्म पे बस हक़ है इक मेरा
बस हक़ है इक मेरा, बस हक़ है इक मेरा
मैं तो बस तेरी चाहत में चाहूँ रहना सदा
मैं तो बस तेरी क़ुर्बत में चाहूँ रहना सदा
यादों में तुझको रखूंँ, बातें भी तेरी करूँ
इतना दीवाना हूँ तेरा
हो, रातों में जागा करूँ, दिन-भर भटकता रहूँ
मैं तो यहांँ से बस वहाँ
तेरे इश्क़ पे, तेरे वक़्त पे बस हक़ है इक मेरा
तेरी रूह पे, तेरे जिस्म पे बस हक़ है इक मेरा
बस हक़ है इक मेरा, बस हक़ है इक मेरा
मैं तो बस तेरी चाहत में चाहूँ रहना सदा
मैं तो बस तेरी क़ुर्बत में चाहूँ रहना सदा
बाँहों में तुझको रखूँ, धड़कन मैं तेरी सुनूँ
आ, इतना नज़दीक आ ज़रा
हो, जिसमें दुआएँ रहें, हर दम वफाएँ रहें
दूँ तुझको ऐसा एक जहाँ
तेरे इश्क़ पे, तेरे वक़्त पे बस हक़ है इक मेरा
तेरी रूह पे, तेरे जिस्म पे बस हक़ है इक मेरा
बस हक़ है इक मेरा, बस हक़ है इक मेरा
मैं तो बस तेरी चाहत में चाहूँ रहना सदा
मैं तो बस तेरी क़ुर्बत में चाहूँ रहना सदा
साया भी तेरा मैं होने ना दूँ जुदा
मैंने तय कर लिया
मैं तो बस तेरी क़ुर्बत में चाहूँ रहना सदा
साया भी तेरा मैं होने ना दूँ जुदा
मैंने तय कर लिया
तेरे इश्क़ पे, तेरे वक़्त पे बस हक़ है इक मेरा
तेरी रूह पे, तेरे जिस्म पे बस हक़ है इक मेरा
बस हक़ है इक मेरा, बस हक़ है इक मेरा
मैं तो बस तेरी चाहत में चाहूँ रहना सदा
मैं तो बस तेरी क़ुर्बत में चाहूँ रहना सदा
यादों में तुझको रखूंँ, बातें भी तेरी करूँ
इतना दीवाना हूँ तेरा
हो, रातों में जागा करूँ, दिन-भर भटकता रहूँ
मैं तो यहांँ से बस वहाँ
तेरे इश्क़ पे, तेरे वक़्त पे बस हक़ है इक मेरा
तेरी रूह पे, तेरे जिस्म पे बस हक़ है इक मेरा
बस हक़ है इक मेरा, बस हक़ है इक मेरा
मैं तो बस तेरी चाहत में चाहूँ रहना सदा
मैं तो बस तेरी क़ुर्बत में चाहूँ रहना सदा
बाँहों में तुझको रखूँ, धड़कन मैं तेरी सुनूँ
आ, इतना नज़दीक आ ज़रा
हो, जिसमें दुआएँ रहें, हर दम वफाएँ रहें
दूँ तुझको ऐसा एक जहाँ
तेरे इश्क़ पे, तेरे वक़्त पे बस हक़ है इक मेरा
तेरी रूह पे, तेरे जिस्म पे बस हक़ है इक मेरा
बस हक़ है इक मेरा, बस हक़ है इक मेरा
मैं तो बस तेरी चाहत में चाहूँ रहना सदा
मैं तो बस तेरी क़ुर्बत में चाहूँ रहना सदा
साया भी तेरा मैं होने ना दूँ जुदा
मैंने तय कर लिया
Writer(s): Sayeed Quadri, Jeet Gannguli Lyrics powered by www.musixmatch.com