Paheli Songtext
von Raghav Chaitanya
Paheli Songtext
कुछ छिपाए, aha, कुछ बताए, aha
कुछ छिपाए, aha, कुछ बताए, aha
कभी अकेली है, कभी सहेली है
कभी अकेली है, कभी सहेली है
ऐ ज़िंदगी, तू एक पहेली है
कुछ उलझती, aha, कुछ सुलझती, aha
कुछ उलझती, aha-oh-ayy, कुछ सुलझती, aha
अलबेली है, नई-नवेली है
अलबेली है, नई-नवेली है
ऐ ज़िंदगी, तू एक पहेली है
कुछ छिपाए, aha, कुछ बताए, aha
कभी अकेली है, कभी सहेली है
कभी अकेली है, कभी सहेली है
ऐ ज़िंदगी, तू एक पहेली है
कुछ उलझती, aha, कुछ सुलझती, aha
कुछ उलझती, aha-oh-ayy, कुछ सुलझती, aha
अलबेली है, नई-नवेली है
अलबेली है, नई-नवेली है
ऐ ज़िंदगी, तू एक पहेली है
Writer(s): Anurag Saikia, Durgesh Singh Lyrics powered by www.musixmatch.com