Songtexte.com Drucklogo

Zaroori Hai - Reprise Version Songtext
von Puneet Dixit

Zaroori Hai - Reprise Version Songtext

दूरियों के कुछ मौसम का में
गुजारना जरूरी है
मेरी सांसों का तेरी सांसों
मैं घुलना जरूरी है

जरूरी है, जरूरी है
मेरे दिल में तेरी धड़कन का
धड़कना जरूरी है

मैं वो नदी हूं जो तन्हा सी बहती हूं
मैं बह कर भी कहीं थमी सी रहती हूं

तू बचा ले मुझे गहरी अंधेरों से में
या छुपा ले कहीं अपने दिल के सावरों में

तेरी सांसों में मेरी खुश्बू का
मिलना जरूरी है

मेरे अश्कों में तेरी वफाओं
का घुलना जरूरी है
मेरे दिल में तेरी धड़कन का
धड़कना जरूरी है


जरूरी है, जरूरी है
मेरे दिल में तेरी धड़कन का
धड़कना जरूरी है

मैं तेरी आंखों से हर आंसू पी जाऊंगा
मैं तेरे हंसों पे हंसने की वजह लाउंगा

खुद को जला कर रहो को तेरी
रोशन करूँगा मैं
हर मोड़ पर और हर छोर पर
तेरा साया बनूंगा मैं

मेरी हथेली पे तेरी लकीरों का
होना जरूरी है

तेरी ज़मीन को मेरे चाँद
का पहला जरूरी है
मेरे दिल में तेरी धड़कन का
धड़कना जरूरी है

जरूरी है, जरूरी है
मेरे दिल में तेरी धड़कन का
धड़कना जरूरी है

Songtext kommentieren

Log dich ein um einen Eintrag zu schreiben.
Schreibe den ersten Kommentar!

Quiz
Wer singt über den „Highway to Hell“?

Fans

»Zaroori Hai - Reprise Version« gefällt bisher niemandem.