Dulhe Ka Sehra Songtext
von Nusrat Fateh Ali Khan
Dulhe Ka Sehra Songtext
हार गया मैं
ये कैसे हो सकता है की कोई किसी से इतनी मोहब्बत करे?
और उसे सिवाय ठोकरे और दर्द के कुछ ना मिले
मैं कैसे मान लूँ की वो मुझसे नहीं किसी और से मोहब्बत करती है?
और मैं क्यूँ अपने आप को धोखा देता रहा?
क्यूँ मैं जान कर भी अंजान बना?
क्यूँ मैं जीत के भी हार गया?
और वो हार कर भी जीत गया
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
पल भर में कैसे बदलते हैं रिश्ते?
पल भर में कैसे बदलते हैं रिश्ते?
अब तो हर अपना बेगाना लगता है
दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
रुको
हमारे गेहरे विश्वास के रिश्ते में
तुमने अपने दिल में कुछ गेहरे राज़ छुपाये हैं
क्यूँ अंजली?
क्या हमारा रिश्ता जबरदस्ती जोड़ा गया था?
क्या तुम्हारी शादी, तुम्हारी मर्ज़ी के खिलाफ़ हुई थी?
और हम पागल यही समझते रहे, के शायद...
के शायद तुम अपने माँ-बाप से इतनी दूर हो, इसलिए शायद उदास हो
सात फेरों से बँधा जन्मों का ये बंधन
प्यार से जोड़ा है रब ने प्रीत का दामन
सात फेरों से बँधा जन्मों का ये बंधन
प्यार से जोड़ा है रब ने प्रीत का दामन
हैं नई रस्में, नई क़समें, नई उलझन
होंठ हैं ख़ामोश, लेकिन कह रही धड़कन
धड़कन-धड़कन, धड़कन-धड़कन
धड़कन-धड़कन, धड़कन-धड़कन
धड़कन, मेरी धड़कन, धड़कन, तेरी धड़कन
धड़कन, मेरी धड़कन, धड़कन, तेरी धड़कन
धड़कन, धड़कन, धड़कन, धड़कन
धड़कन, धड़कन, धड़कन, धड़कन, धड़कन
मेरी धड़कन, मेरी धड़कन
मुश्किल अश्कों को छुपाना लगता है
मुश्किल अश्कों को छुपाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
पल भर में कैसे बदलते हैं रिश्ते?
अब तो हर अपना बेगाना लगता है
दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
जानती हो बेटी? जब तुम्हारा जन्म हुआ था ना
तो तुम्हारी माँ को कुछ तकलीफ़ें हो गई थी
और doctor ने मुझसे कहा था
के चौहान सहाब
अब आपको दूसरी औदलाद कभी नहीं होंगी
तब तुम्हारी ये माँ
ये माँ तुम्हारी
बहोत रोईं थी
बहोत निराश हुई थी, क्यूँकी इन्हे एक बेटा चाहिए था
तब मैंने इन्हे समझाया, इन्हे विश्वास दिलाया
के जो इज्ज़त, श्रद्धा, प्यार
एक बेटी दे सकती है
वो एक बेटा कभी नहीं दे सकता
मैं तेरी बाँहों के झूले में पली, बाबुल
जा रही हूँ छोड़ के तेरी गली, बाबुल
मैं तेरी बाँहों के झूले में पली, बाबुल
मैं तेरी बाँहों के झूले में पली, बाबुल
मैं तेरी बाँहों के झूले में पली, बाबुल
जा रही हूँ छोड़ के तेरी गली, बाबुल
खूबसूरत ये ज़माने याद आएँगे
चाह के भी हम तुम्हें ना भूल पाएँगे
मुश्किल, मुश्किल...
मुश्किल दामन को छुड़ाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
मुश्किल दामन को छुड़ाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
पल भर में कैसे बदलते हैं रिश्ते?
अब तो हर अपना बेगाना लगता है
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
ये कैसे हो सकता है की कोई किसी से इतनी मोहब्बत करे?
और उसे सिवाय ठोकरे और दर्द के कुछ ना मिले
मैं कैसे मान लूँ की वो मुझसे नहीं किसी और से मोहब्बत करती है?
और मैं क्यूँ अपने आप को धोखा देता रहा?
क्यूँ मैं जान कर भी अंजान बना?
क्यूँ मैं जीत के भी हार गया?
और वो हार कर भी जीत गया
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
पल भर में कैसे बदलते हैं रिश्ते?
पल भर में कैसे बदलते हैं रिश्ते?
अब तो हर अपना बेगाना लगता है
दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
रुको
हमारे गेहरे विश्वास के रिश्ते में
तुमने अपने दिल में कुछ गेहरे राज़ छुपाये हैं
क्यूँ अंजली?
क्या हमारा रिश्ता जबरदस्ती जोड़ा गया था?
क्या तुम्हारी शादी, तुम्हारी मर्ज़ी के खिलाफ़ हुई थी?
और हम पागल यही समझते रहे, के शायद...
के शायद तुम अपने माँ-बाप से इतनी दूर हो, इसलिए शायद उदास हो
सात फेरों से बँधा जन्मों का ये बंधन
प्यार से जोड़ा है रब ने प्रीत का दामन
सात फेरों से बँधा जन्मों का ये बंधन
प्यार से जोड़ा है रब ने प्रीत का दामन
हैं नई रस्में, नई क़समें, नई उलझन
होंठ हैं ख़ामोश, लेकिन कह रही धड़कन
धड़कन-धड़कन, धड़कन-धड़कन
धड़कन-धड़कन, धड़कन-धड़कन
धड़कन, मेरी धड़कन, धड़कन, तेरी धड़कन
धड़कन, मेरी धड़कन, धड़कन, तेरी धड़कन
धड़कन, धड़कन, धड़कन, धड़कन
धड़कन, धड़कन, धड़कन, धड़कन, धड़कन
मेरी धड़कन, मेरी धड़कन
मुश्किल अश्कों को छुपाना लगता है
मुश्किल अश्कों को छुपाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
पल भर में कैसे बदलते हैं रिश्ते?
अब तो हर अपना बेगाना लगता है
दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
जानती हो बेटी? जब तुम्हारा जन्म हुआ था ना
तो तुम्हारी माँ को कुछ तकलीफ़ें हो गई थी
और doctor ने मुझसे कहा था
के चौहान सहाब
अब आपको दूसरी औदलाद कभी नहीं होंगी
तब तुम्हारी ये माँ
ये माँ तुम्हारी
बहोत रोईं थी
बहोत निराश हुई थी, क्यूँकी इन्हे एक बेटा चाहिए था
तब मैंने इन्हे समझाया, इन्हे विश्वास दिलाया
के जो इज्ज़त, श्रद्धा, प्यार
एक बेटी दे सकती है
वो एक बेटा कभी नहीं दे सकता
मैं तेरी बाँहों के झूले में पली, बाबुल
जा रही हूँ छोड़ के तेरी गली, बाबुल
मैं तेरी बाँहों के झूले में पली, बाबुल
मैं तेरी बाँहों के झूले में पली, बाबुल
मैं तेरी बाँहों के झूले में पली, बाबुल
जा रही हूँ छोड़ के तेरी गली, बाबुल
खूबसूरत ये ज़माने याद आएँगे
चाह के भी हम तुम्हें ना भूल पाएँगे
मुश्किल, मुश्किल...
मुश्किल दामन को छुड़ाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
मुश्किल दामन को छुड़ाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
पल भर में कैसे बदलते हैं रिश्ते?
अब तो हर अपना बेगाना लगता है
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
दुल्हन का तो दिल दीवाना लगता है
दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
Writer(s): Saifi Nadeem, Rathod Shravan, Pandy Sameer (t) Lyrics powered by www.musixmatch.com