Khol De Baahein Songtext
von Monali Thakur
Khol De Baahein Songtext
শোন, কখনও কিছু বলছে এ মন
মেলে ডানা, তুই
কানে কানে জীবনের মানে
খোলে ডানা, তুই
खोल दे बाहें, खोल के बाहें
खुद को हौले-हौले दिल लगाना तू सिखा दे
खोल दे साँसें, खोल के साँसें
खुद को हौले-हौले मुस्कुराना तू सिखा दे
কখনও কখনও খোলা এ আকাশে
মেঘের ভেলাতে, তোর গা ভাসাতে
ভয় কিসের তোর?
बरसे जो सावन, तू दौड़ के तू आना
खुद को तू भीगना सिखा दे
बरसे जो सावन, तो लौट के आ जाना
खुद को तू भीगना सिखा दे
শুনতে কি পাস, তোকে ডাকছে আকাশ?
দোটানা-দোটানা, না চাওয়া ঘটনা
যত এ যাতনা মুছে ফেলে দে না
শোন, কখনও কিছু বলছে এ মন
মেলে ডানা, তুই
खोल दे बाहें, खोल के बाहें
खुद को हौले-हौले दिल लगाना तू सिखा दे
মেলে ডানা, তুই
কানে কানে জীবনের মানে
খোলে ডানা, তুই
खोल दे बाहें, खोल के बाहें
खुद को हौले-हौले दिल लगाना तू सिखा दे
खोल दे साँसें, खोल के साँसें
खुद को हौले-हौले मुस्कुराना तू सिखा दे
কখনও কখনও খোলা এ আকাশে
মেঘের ভেলাতে, তোর গা ভাসাতে
ভয় কিসের তোর?
बरसे जो सावन, तू दौड़ के तू आना
खुद को तू भीगना सिखा दे
बरसे जो सावन, तो लौट के आ जाना
खुद को तू भीगना सिखा दे
শুনতে কি পাস, তোকে ডাকছে আকাশ?
দোটানা-দোটানা, না চাওয়া ঘটনা
যত এ যাতনা মুছে ফেলে দে না
শোন, কখনও কিছু বলছে এ মন
মেলে ডানা, তুই
खोल दे बाहें, खोल के बाहें
खुद को हौले-हौले दिल लगाना तू सिखा दे
Writer(s): Sachin Jigar, Kausar Munir, Rana Mazumder Lyrics powered by www.musixmatch.com