Chhan Chhan Baje Ghungroo Songtext
von Mohd. Aziz & Kavita Krishnamurthy
Chhan Chhan Baje Ghungroo Songtext
घुँघरू, घुँघरू, घुँघरू, घुँघरू
छन-छन बाजे घुँघरू
(क्यूँ बाजे तेरे घुँघरू?)
(क्या बोले तेरे घुँघरू?)
खन-खन बाजे, शोर मचाए
पिया की याद दिलाए
छन-छन बाजे घुँघरू
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
क्यूँ बाजे ये घुँघरू?
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
खन-खन बाजे, शोर मचाए
पिया की याद दिलाए
छन-छन बाजे घुँघरू
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
क्यूँ बाजे ये घुँघरू?
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
(घुँघरू, घुँघरू)
(घुँघरू, घुँघरू)
मीठी-मीठी आग प्यार की सीने में रहती है
घुँघरू की आवाज़ में दिल की धकड़न ये कहती है
प म ग, प म ग, सा म ग, सा नि ग, सा नि प नि
प नि, नि सा, नि सा, सा रे, सा ग नि म, प म प
मीठी-मीठी आग प्यार की सीने में रहती है
घुँघरू की आवाज़ में दिल की धकड़न ये कहती है
कब होगा साजन से मिलन, ये घुँघरू शोर मचाए
और कहे किधीरे नाच, कहीं टाँका टूटू ना जाए
छन-छन बाजे घुँघरू
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
क्यूँ बाजे ये घुँघरू?
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
छन-छन बाजे घुँघरू
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
क्यूँ बाजे तेरे घुँघरू?
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
जब से तुझसे नाता जोड़ा
खुद से भी शरमाऊँ
मन की दुल्हनिया दर्पण देखूँ
लाज से मर-मर जाऊँ
प म ग, प म ग, सा म ग, सा नि ग, सा नि प नि
प नि, नि सा, नि सा, सा ग, सा ग म नि, प म प
जो होना है हो जाने दे, पगली क्यूँ घबराए?
जब से ये संसार बना है, घुँघरू बजते आए
कहत कबीर, "सुनो भई साधो"
कहत कबीर, "सुनो भई साधो
घुँघरू टूट ना जाएँ"
(छन-छन बाजे घुँघरू)
आ-हा, घुँघरू, आ-हा, घुँघरू
(क्यूँ बाजे ये घुँघरू?)
आ-हा, घुँघरू, आ-हा, घुँघरू
आ-हा, घुँघरू, आ-हा, घुँघरू
आ-हा, घुँघरू, आ-हा, घुँघरू
आ-हा, घुँघरू, आ-हा, घुँघरू
घुँघरू, घुँघरू, घुँघरू, घुँघरू
घुँघरू, घुँघरू, घुँघरू, घुँघरू
छन-छन बाजे घुँघरू
(क्यूँ बाजे तेरे घुँघरू?)
(क्या बोले तेरे घुँघरू?)
खन-खन बाजे, शोर मचाए
पिया की याद दिलाए
छन-छन बाजे घुँघरू
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
क्यूँ बाजे ये घुँघरू?
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
खन-खन बाजे, शोर मचाए
पिया की याद दिलाए
छन-छन बाजे घुँघरू
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
क्यूँ बाजे ये घुँघरू?
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
(घुँघरू, घुँघरू)
(घुँघरू, घुँघरू)
मीठी-मीठी आग प्यार की सीने में रहती है
घुँघरू की आवाज़ में दिल की धकड़न ये कहती है
प म ग, प म ग, सा म ग, सा नि ग, सा नि प नि
प नि, नि सा, नि सा, सा रे, सा ग नि म, प म प
मीठी-मीठी आग प्यार की सीने में रहती है
घुँघरू की आवाज़ में दिल की धकड़न ये कहती है
कब होगा साजन से मिलन, ये घुँघरू शोर मचाए
और कहे किधीरे नाच, कहीं टाँका टूटू ना जाए
छन-छन बाजे घुँघरू
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
क्यूँ बाजे ये घुँघरू?
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
छन-छन बाजे घुँघरू
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
क्यूँ बाजे तेरे घुँघरू?
आ-हा, घुँघरू (आ-हा, घुँघरू)
जब से तुझसे नाता जोड़ा
खुद से भी शरमाऊँ
मन की दुल्हनिया दर्पण देखूँ
लाज से मर-मर जाऊँ
प म ग, प म ग, सा म ग, सा नि ग, सा नि प नि
प नि, नि सा, नि सा, सा ग, सा ग म नि, प म प
जो होना है हो जाने दे, पगली क्यूँ घबराए?
जब से ये संसार बना है, घुँघरू बजते आए
कहत कबीर, "सुनो भई साधो"
कहत कबीर, "सुनो भई साधो
घुँघरू टूट ना जाएँ"
(छन-छन बाजे घुँघरू)
आ-हा, घुँघरू, आ-हा, घुँघरू
(क्यूँ बाजे ये घुँघरू?)
आ-हा, घुँघरू, आ-हा, घुँघरू
आ-हा, घुँघरू, आ-हा, घुँघरू
आ-हा, घुँघरू, आ-हा, घुँघरू
आ-हा, घुँघरू, आ-हा, घुँघरू
घुँघरू, घुँघरू, घुँघरू, घुँघरू
घुँघरू, घुँघरू, घुँघरू, घुँघरू
Writer(s): Bappi Lahiri, Kasif Lyrics powered by www.musixmatch.com