Naav (Chadhti Lehrein Laang Na Paye) Songtext
von Mohan Kannan
Naav (Chadhti Lehrein Laang Na Paye) Songtext
चढ़ती लहरें लाँघ ना पाए
क्यूँ हाँफ़ती सी नाव है तेरी? नाव है तेरी
नाव है तेरी
तिनका-तिनका जोड़ के साँसें
क्यूँ नापती सी नाव है तेरी? नाव है तेरी
नाव है तेरी
उल्टी बहती धार है बैरी, धार है बैरी
उल्टी बहती धार है बैरी, धार है बैरी
के अब कुछ कर जा रे बंधु
जिगर जुटा के पाल-बाँध ले
है बात ठहरी जान पे तेरी, जान पे तेरी
हाँ, जान पे तेरी रे
हईया, हो की तान साध ले
जो बात ठहरी जान पे तेरी, शान पे तेरी
शान पे तेरी
चल जीत-जीत लहरा जा, परचम तू लाल फहरा जा
अब कर जा तू या मर जा कर ले तैयारी
उड़ जा बन के धूप का पंक्षी
छुड़ा के गहरी छाँव, अंधेरी छाँव, अंधेरी
छाँव अंधेरी
तिनका-तिनका जोड़ के साँसें
क्यूँ हाफ़ती सी नाव है तेरी, नाव है तेरी?
नाव है तेरी
रख देगा झकझोर के तुझे तूफ़ानों का घोर है डेरा, घोर है डेरा
(घोर है डेरा, घोर है डेरा)
भँवर से डर जो हार मान ले
काहे का फिर जोर है तेरा, जोर है तेरा
जोर है तेरा
है दिल में रोशनी तेरे
तू चीर डाल सब घेरे
लहरों की गर्दन कस के
डाल फंदे रे (डाल फंदे रे)
कि दरिया बोले, "वाह रे पंथी
सर आँखों पे नाव है तेरी, नाव है तेरी"
(नाव है तेरी)
चढ़ती लहरें लाँघ ना पाए
क्यूँ हाँफ़ती सी नाव है तेरी? नाव है तेरी
नाव है तेरी
उल्टी बहती धार है बैरी, धार है बैरी
उल्टी बहती धार है बैरी, धार है बैरी
के अब कुछ कर जा रे बंधु
क्यूँ हाँफ़ती सी नाव है तेरी? नाव है तेरी
नाव है तेरी
तिनका-तिनका जोड़ के साँसें
क्यूँ नापती सी नाव है तेरी? नाव है तेरी
नाव है तेरी
उल्टी बहती धार है बैरी, धार है बैरी
उल्टी बहती धार है बैरी, धार है बैरी
के अब कुछ कर जा रे बंधु
जिगर जुटा के पाल-बाँध ले
है बात ठहरी जान पे तेरी, जान पे तेरी
हाँ, जान पे तेरी रे
हईया, हो की तान साध ले
जो बात ठहरी जान पे तेरी, शान पे तेरी
शान पे तेरी
चल जीत-जीत लहरा जा, परचम तू लाल फहरा जा
अब कर जा तू या मर जा कर ले तैयारी
उड़ जा बन के धूप का पंक्षी
छुड़ा के गहरी छाँव, अंधेरी छाँव, अंधेरी
छाँव अंधेरी
तिनका-तिनका जोड़ के साँसें
क्यूँ हाफ़ती सी नाव है तेरी, नाव है तेरी?
नाव है तेरी
रख देगा झकझोर के तुझे तूफ़ानों का घोर है डेरा, घोर है डेरा
(घोर है डेरा, घोर है डेरा)
भँवर से डर जो हार मान ले
काहे का फिर जोर है तेरा, जोर है तेरा
जोर है तेरा
है दिल में रोशनी तेरे
तू चीर डाल सब घेरे
लहरों की गर्दन कस के
डाल फंदे रे (डाल फंदे रे)
कि दरिया बोले, "वाह रे पंथी
सर आँखों पे नाव है तेरी, नाव है तेरी"
(नाव है तेरी)
चढ़ती लहरें लाँघ ना पाए
क्यूँ हाँफ़ती सी नाव है तेरी? नाव है तेरी
नाव है तेरी
उल्टी बहती धार है बैरी, धार है बैरी
उल्टी बहती धार है बैरी, धार है बैरी
के अब कुछ कर जा रे बंधु
Writer(s): Amitabh Bhattacharya Lyrics powered by www.musixmatch.com