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Patta Patta Buta Buta Songtext
von Mohammed Rafi & Lata Mangeshkar

Patta Patta Buta Buta Songtext

पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा
हाल हमारा जाने है

पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा
हाल हमारा जाने है
पत्ता-पत्ता...

जाने ना जाने गुल ही ना जाने
बाग़ तो सारा जाने है

पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा
हाल हमारा जाने है
पत्ता-पत्ता...

कोई किसी को चाहे तो क्यूँ गुनाह समझते हैं लोग?
कोई किसी की खातिर तरपे अगर तो हँसते हैं लोग?
बेगाना आलम है सारा, यहाँ तो कोई हमारा
दर्द नहीं पहचाने है

पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा
हाल हमारा जाने है
पत्ता-पत्ता...


चाहत के गुल खिलेंगे, चलती रहें हज़ार आँधियाँ
हम तो किसी चमन में बाँधेंगे प्यार का आशियाँ
ये दुनिया बिजली गिराए, ये दुनिया काँटे बिछाए
इश्क़ मगर कब माने है

पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा
हाल हमारा जाने है
पत्ता-पत्ता...

दिखलाएँगे जहाँ को कुछ दिन जो ज़िंदगानी है और
कैसे ना हम मिलेंगे, हमने भी दिल में ठानी है और
अभी मतवाले दिलों की, मोहब्बत वाले दिलों की
बात कोई क्या जाने है

पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा
हाल हमारा जाने है
पत्ता-पत्ता...

जाने ना जाने गुल ही ना जाने
बाग़ तो सारा जाने है

पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा
हाल हमारा जाने है
पत्ता-पत्ता...

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