Teri Payal Baji Jahan Songtext
von Mohammed Aziz & Anuradha Paudwal
Teri Payal Baji Jahan Songtext
छम-छम, छमा-छमा-छम
छम-छम, छमा-छमा-छम
छम-छम, छमा-छमा-छम
छम-छम-छम
तेरी पायल बजी जहाँ मैं पागल हुआ वहाँ
छम-छम, छमा-छमा-छम, छम-छम-छम
तेरी पायल बजी जहाँ मैं पागल हुआ वहाँ
छम-छम, छमा-छमा-छम, छम-छम-छम
सुनी जो तेरी पायल, हुआ रे मैं तो घायल
जाऊँ तो जाऊँ कहाँ
आजा मोरी रानी, जला दे ये जवानी
उठने दे दिल में धुआँ
तेरी डफली बजी जहाँ, मैं पागल हुई वहाँ
डम-डम, डमा-डम-डम, डम-डम-डम
तेरी डफली बजी जहाँ, मैं पागल हुई वहाँ
डम-डम, डमा-डम-डम, डम-डम-डम
बजी जो तेरी डफली, हुई रे मैं तो पगली
मछली सी तड़पूँ यहाँ
आजा मोरे राजा, आ बैद बनके आजा
घायल हुई मेरी जाँ
तेरी पायल बजी जहाँ, मैं पागल हुआ वहाँ
...मैं पागल हुई वहाँ
सोए हुए दिल के तार थरथराए
गीत बनके अरमाँ होंठों पे आए
आवाज़ तेरी ऐसी, तू जाने होगी कैसी
देखूँ तुझे मैं कहाँ?
नज़ारों में भी तेरी, बहारों में भी तेरी
तस्वीर क्या है बयाँ
तेरी पायल बजी जहाँ, मैं पागल हुआ वहाँ
छम-छम, छमा-छमा-छम, छम-छम-छमा-छम
सुनी जो तेरी बोली तो लट मेरी डोली
सुनी जो तेरी बोली तो लट मेरी डोली
घायल हिरनिया सी पीछे-पीछे हो ली
कस्तूरी मेरी मन में, मैं ढूँढूँ बन-बन में
जाऊँ तो जाऊँ कहाँ?
मिला ले मोसे नैना, दिला दे मोहे चैना
तड़पूँगी कितनी यहाँ
तेरी डफली बजी जहाँ, मैं पागल हुई वहाँ
डम-डम, डमा-डम-डम, डम-डम-डमा-डम
धड़कन-घड़कन बिखरने लगी है
मोहब्बत सी दिल में उतरने लगी है
ओ, धड़कन-घड़कन बिखरने लगी है
हवाओं से निकल के, घटाओं पे मचल के
झुकने लगी बदलियाँ
उमंगों को जताने, नदी को आज़माने
बहने दे दो कश्तियाँ
तेरी पायल बजी जहाँ, मैं पागल हुआ वहाँ
छम-छम, छमा-छमा-छम, छम-छम-छम
सुनी जो तेरी पायल, हुआ रे मैं तो घायल
जाऊँ तो जाऊँ कहाँ
आजा मोरे राजा, आ बैद बनके आजा
घायल हुई मेरी जाँ
तेरी पायल बजी जहाँ, मैं पागल हुआ वहाँ
तेरी पायल बजी जहाँ, मैं पागल हुआ वहाँ
छम-छम, छमा-छमा-छम
छम-छम, छमा-छमा-छम
छम-छम-छम
तेरी पायल बजी जहाँ मैं पागल हुआ वहाँ
छम-छम, छमा-छमा-छम, छम-छम-छम
तेरी पायल बजी जहाँ मैं पागल हुआ वहाँ
छम-छम, छमा-छमा-छम, छम-छम-छम
सुनी जो तेरी पायल, हुआ रे मैं तो घायल
जाऊँ तो जाऊँ कहाँ
आजा मोरी रानी, जला दे ये जवानी
उठने दे दिल में धुआँ
तेरी डफली बजी जहाँ, मैं पागल हुई वहाँ
डम-डम, डमा-डम-डम, डम-डम-डम
तेरी डफली बजी जहाँ, मैं पागल हुई वहाँ
डम-डम, डमा-डम-डम, डम-डम-डम
बजी जो तेरी डफली, हुई रे मैं तो पगली
मछली सी तड़पूँ यहाँ
आजा मोरे राजा, आ बैद बनके आजा
घायल हुई मेरी जाँ
तेरी पायल बजी जहाँ, मैं पागल हुआ वहाँ
...मैं पागल हुई वहाँ
सोए हुए दिल के तार थरथराए
गीत बनके अरमाँ होंठों पे आए
आवाज़ तेरी ऐसी, तू जाने होगी कैसी
देखूँ तुझे मैं कहाँ?
नज़ारों में भी तेरी, बहारों में भी तेरी
तस्वीर क्या है बयाँ
तेरी पायल बजी जहाँ, मैं पागल हुआ वहाँ
छम-छम, छमा-छमा-छम, छम-छम-छमा-छम
सुनी जो तेरी बोली तो लट मेरी डोली
सुनी जो तेरी बोली तो लट मेरी डोली
घायल हिरनिया सी पीछे-पीछे हो ली
कस्तूरी मेरी मन में, मैं ढूँढूँ बन-बन में
जाऊँ तो जाऊँ कहाँ?
मिला ले मोसे नैना, दिला दे मोहे चैना
तड़पूँगी कितनी यहाँ
तेरी डफली बजी जहाँ, मैं पागल हुई वहाँ
डम-डम, डमा-डम-डम, डम-डम-डमा-डम
धड़कन-घड़कन बिखरने लगी है
मोहब्बत सी दिल में उतरने लगी है
ओ, धड़कन-घड़कन बिखरने लगी है
हवाओं से निकल के, घटाओं पे मचल के
झुकने लगी बदलियाँ
उमंगों को जताने, नदी को आज़माने
बहने दे दो कश्तियाँ
तेरी पायल बजी जहाँ, मैं पागल हुआ वहाँ
छम-छम, छमा-छमा-छम, छम-छम-छम
सुनी जो तेरी पायल, हुआ रे मैं तो घायल
जाऊँ तो जाऊँ कहाँ
आजा मोरे राजा, आ बैद बनके आजा
घायल हुई मेरी जाँ
तेरी पायल बजी जहाँ, मैं पागल हुआ वहाँ
तेरी पायल बजी जहाँ, मैं पागल हुआ वहाँ
Writer(s): Laxmikant Kudalkar, Sharma Pyarelal, Santosh Anand Lyrics powered by www.musixmatch.com