Hairat Songtext
von Lucky Ali
Hairat Songtext
धीमी-धीमी चलने लगी हैं अब हवाएँ
धीमी-धीमी खुलने लगी हैं आज राहें
रंगने लगे हैं मंज़िल को जाने के राह सारे
जैसे आसमाँ के छींटें पड़े हों बनके सितारे
धीमी-धीमी रोशनी सी
बह रही है इन हवाओं में यहाँ
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
शाम थी, कोई जो नूर आ गया यहाँ
हो गई है सुबह
रात का नाम-ओ-निशाँ तक नहीं कहीं
है सहर हर जगह
खोई-खोई ख़ाबों में छुपी-छुपी ख़्वाहिशें
नरम से रेत पे गीली-गीली बारिशें
लिपटा हूँ राहों में
राहों की बाँहों में है अब मेरी जगह
कल पे छा गया धुआँ, ये जो पल नया हुआ
हो गई शुरू नयी दास्ताँ
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
धीमी-धीमी चलने लगी हैं अब हवाएँ
धीमी-धीमी खुलने लगी हैं आज राहें
रंगने लगे हैं मंज़िल को जाने के राह सारे
जैसे आसमाँ के छींटें पड़े हों बन के सितारे
धीमी-धीमी रोशनी सी
बह रही है इन हवाओं में यहाँ
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
धीमी-धीमी खुलने लगी हैं आज राहें
रंगने लगे हैं मंज़िल को जाने के राह सारे
जैसे आसमाँ के छींटें पड़े हों बनके सितारे
धीमी-धीमी रोशनी सी
बह रही है इन हवाओं में यहाँ
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
शाम थी, कोई जो नूर आ गया यहाँ
हो गई है सुबह
रात का नाम-ओ-निशाँ तक नहीं कहीं
है सहर हर जगह
खोई-खोई ख़ाबों में छुपी-छुपी ख़्वाहिशें
नरम से रेत पे गीली-गीली बारिशें
लिपटा हूँ राहों में
राहों की बाँहों में है अब मेरी जगह
कल पे छा गया धुआँ, ये जो पल नया हुआ
हो गई शुरू नयी दास्ताँ
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
धीमी-धीमी चलने लगी हैं अब हवाएँ
धीमी-धीमी खुलने लगी हैं आज राहें
रंगने लगे हैं मंज़िल को जाने के राह सारे
जैसे आसमाँ के छींटें पड़े हों बन के सितारे
धीमी-धीमी रोशनी सी
बह रही है इन हवाओं में यहाँ
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
हैरत, हैरत, हैरत है
तू है तो हर एक लमहा ख़ूबसूरत है
Writer(s): Vishal Dadlani Lyrics powered by www.musixmatch.com