Dheere Dheere Chal Chand Songtext
von Lata Mangeshkar & Mohammed Rafi
Dheere Dheere Chal Chand Songtext
धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
कहीं ढल ना जाए रात, टूट ना जाएँ सपने
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
कहीं ढल ना जाए रात, टूट ना जाएँ सपने
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
तू झूम के चले तो दिल पे चले कटारी
हो, है मीठी छुरी ये ज़ालिम नज़र तुम्हारी
तू झूम के चले तो दिल पे चले कटारी
हो, है मीठी छुरी ये ज़ालिम नज़र तुम्हारी
गुन-गुन, गूँजे राग आज पवन में
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
कहीं ढल ना जाए रात, टूट ना जाएँ सपने
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
वो क्या चीज़ थी? मिला के नज़र पिला दी
हो, हुआ वो असर कि हम ने नज़र झुका दी
वो क्या चीज़ थी? मिला के नज़र पिला दी
हो, हुआ वो असर कि हम ने नज़र झुका दी
अरे, होंगी दो-दो बात आज मिलन में
धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
कहीं ढल ना जाए रात, टूट ना जाएँ सपने
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
दो दिल मिल गए, दीये जल गए हज़ारों
हो, अजी, तुम मिल गए तो गुल खिल गए हज़ारों
दो दिल मिल गए, दीये जल गए हज़ारों
हो, अजी, तुम मिल गए तो गुल खिल गए हज़ारों
रिमझिम बरसे प्यार आज चमन में
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
कहीं ढल ना जाए रात, टूट ना जाएँ सपने
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
धीरे-धीरे चल...
धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
कहीं ढल ना जाए रात, टूट ना जाएँ सपने
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
कहीं ढल ना जाए रात, टूट ना जाएँ सपने
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
तू झूम के चले तो दिल पे चले कटारी
हो, है मीठी छुरी ये ज़ालिम नज़र तुम्हारी
तू झूम के चले तो दिल पे चले कटारी
हो, है मीठी छुरी ये ज़ालिम नज़र तुम्हारी
गुन-गुन, गूँजे राग आज पवन में
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
कहीं ढल ना जाए रात, टूट ना जाएँ सपने
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
वो क्या चीज़ थी? मिला के नज़र पिला दी
हो, हुआ वो असर कि हम ने नज़र झुका दी
वो क्या चीज़ थी? मिला के नज़र पिला दी
हो, हुआ वो असर कि हम ने नज़र झुका दी
अरे, होंगी दो-दो बात आज मिलन में
धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
कहीं ढल ना जाए रात, टूट ना जाएँ सपने
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
दो दिल मिल गए, दीये जल गए हज़ारों
हो, अजी, तुम मिल गए तो गुल खिल गए हज़ारों
दो दिल मिल गए, दीये जल गए हज़ारों
हो, अजी, तुम मिल गए तो गुल खिल गए हज़ारों
रिमझिम बरसे प्यार आज चमन में
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
कहीं ढल ना जाए रात, टूट ना जाएँ सपने
अरे, धीरे-धीरे चल चाँद गगन में
धीरे-धीरे चल...
Writer(s): Rahul Dev Burman, Gulshan Bawra Lyrics powered by www.musixmatch.com