Chhadi Re Chhadi Songtext
von Lata Mangeshkar & Mohammed Rafi
Chhadi Re Chhadi Songtext
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
पैरों की बेड़ी कभी लगे हठकादि
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
सीधे सीधे रास्तों को थोड़ा सा मोड़ दे दो
ओ ओ ओ ओ
सीधे सीधे रास्तों को थोड़ा सा मोड़ दे दो
बेजोड़ रूहों को हल्का सा जोड़ दे दो
जोड़ दो न टूट जाए साँसों की लड़ी
जोड़ दो न टूट जाए साँसों की लड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
पैरों की बेड़ी कभी लगे हठकादि
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
धीरे धीरे चलना सपने नींदों में डर जाते है
धीरे धीरे चलना सपने नींदों में डर जाते है
कहते है सपने कभी जागे तो मर जाते है
नींद से न जागे कोई खाबो की लड़ी
नींद से न जागे कोई खाबो की लड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
लगता है साँसों मैं टूटा है काँच कोई हो ओ ओ ओ
लगता है साँसों मैं टूटा है काँच कोई
चुभती है सीने मैं ढ़ीमई सी आंच कोई
आँचल से बांध ली है आग की लड़ी
आँचल से बांध ली है आग की लड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
पैरों की बेड़ी कभी लगे हठकादि
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
पैरों की बेड़ी कभी लगे हठकादि
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
सीधे सीधे रास्तों को थोड़ा सा मोड़ दे दो
ओ ओ ओ ओ
सीधे सीधे रास्तों को थोड़ा सा मोड़ दे दो
बेजोड़ रूहों को हल्का सा जोड़ दे दो
जोड़ दो न टूट जाए साँसों की लड़ी
जोड़ दो न टूट जाए साँसों की लड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
पैरों की बेड़ी कभी लगे हठकादि
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
धीरे धीरे चलना सपने नींदों में डर जाते है
धीरे धीरे चलना सपने नींदों में डर जाते है
कहते है सपने कभी जागे तो मर जाते है
नींद से न जागे कोई खाबो की लड़ी
नींद से न जागे कोई खाबो की लड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
लगता है साँसों मैं टूटा है काँच कोई हो ओ ओ ओ
लगता है साँसों मैं टूटा है काँच कोई
चुभती है सीने मैं ढ़ीमई सी आंच कोई
आँचल से बांध ली है आग की लड़ी
आँचल से बांध ली है आग की लड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
पैरों की बेड़ी कभी लगे हठकादि
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
छड़ी रे छड़ी कैसी गले में पड़ी
Writer(s): Gulzar, Madan Mohan Lyrics powered by www.musixmatch.com