Dekho Zara Dekho Songtext
von Lata Mangeshkar & Kumar Sanu
Dekho Zara Dekho Songtext
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
तन को भिगोए बूँदो की लड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
तन को भिगोए बूँदो की लड़ी
मौसम सुहाना है क्या आशिकाना है
बजने लगी है टिक-टिक दिल की घड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
तन को भिगोए बूँदो की लड़ी
थोड़ी सी बेचैनी थोड़ा नशा
आने लगा है मुझे तो मज़ा
घुंघरू बजाती है चंचल हवा
ना जाने सावन की नियत हैं क्या
मुझको सम्भालो मुश्किल हैं बड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
महके नज़ारे सुहानी डगर
मैं बेख़बर ना मुझे कुच्छ खबर
हो अंजानी चाहत का एहसास हैं
भीगे लबो पे नयी प्यास हैं
फिसले कदम कैसे रहु मैं खड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
मौसम सुहाना है क्या आशिकाना है
बजने लगी हैं टिक-टिक दिल की घड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
तन को भिगोए बूँदो की लड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
तन को भिगोए बूँदो की लड़ी
तन को भिगोए बूँदो की लड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
तन को भिगोए बूँदो की लड़ी
मौसम सुहाना है क्या आशिकाना है
बजने लगी है टिक-टिक दिल की घड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
तन को भिगोए बूँदो की लड़ी
थोड़ी सी बेचैनी थोड़ा नशा
आने लगा है मुझे तो मज़ा
घुंघरू बजाती है चंचल हवा
ना जाने सावन की नियत हैं क्या
मुझको सम्भालो मुश्किल हैं बड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
महके नज़ारे सुहानी डगर
मैं बेख़बर ना मुझे कुच्छ खबर
हो अंजानी चाहत का एहसास हैं
भीगे लबो पे नयी प्यास हैं
फिसले कदम कैसे रहु मैं खड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
मौसम सुहाना है क्या आशिकाना है
बजने लगी हैं टिक-टिक दिल की घड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
तन को भिगोए बूँदो की लड़ी
देखो ज़रा देखो बरखा की झड़ी
तन को भिगोए बूँदो की लड़ी
Writer(s): Sameer Anjaan, Dilip Sen, Sameer Sen Lyrics powered by www.musixmatch.com