Dariya Kinare Ek Bungla Songtext
von Lata Mangeshkar & Kishore Kumar
Dariya Kinare Ek Bungla Songtext
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
जई जो जई
अरे, जायगी कहाँ ए पोरी
अरे, जायगी कहाँ तेरे पिछे ये पोरा अई जो अई
अई जो अई, हट
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
मैं जा के खिड़की पे बैठूँगी १६ सिंगार कर के (ऐसा क्या? हाँ)
दूर से ही ललचाऊँगा क्या मैं तुझ को पुकार कर के
मैं जा के खिड़की पे बैठूँगी १६ सिंगार कर के
अरे, दूर से ही ललचाऊँगा क्या मैं तुझ को पुकार कर के
रहूँगी ना तेरे साथ, अरे, छोड़ मेरा हाथ
जिया में है कोई बात, ज़बा पे है कोई बात
कैसी तू बनती है री अई-अई, हट
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
जई जो जई
अरे, जायगी कहाँ ए पोरी
अरे, जायगी कहाँ तेरे पिछे ये पोरा अई जो अई
अई जो अई, हट
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
ऐसा ही बंगला तेरे लिए बाँधु तो पाए जिया चैन
एक कर वादा तो बाहों मे झुलूँ तेरे बिना रैन
ऐसा ही बंगला तेरे लिए बाँधु तो पाए जिया चैन
एक कर वादा तो बाहों मे झुलूँ तेरे बिना रैन
सदा साथ निभावूँ कहीं और ना जाऊँ
कभी हाथ ना आये, कभी दिल में समाये
काहे सतवती है री?
अई जो अई, हट
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
ए जई जो जई
अरे, जाएगी कहाँ ए पोरी
अरे, जाएगी कहाँ तेरे पिछे ये पोरा अई जो अई
अई जो अई, हट
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
जई जो जई
अरे, जायगी कहाँ ए पोरी
अरे, जायगी कहाँ तेरे पिछे ये पोरा अई जो अई
अई जो अई, हट
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
मैं जा के खिड़की पे बैठूँगी १६ सिंगार कर के (ऐसा क्या? हाँ)
दूर से ही ललचाऊँगा क्या मैं तुझ को पुकार कर के
मैं जा के खिड़की पे बैठूँगी १६ सिंगार कर के
अरे, दूर से ही ललचाऊँगा क्या मैं तुझ को पुकार कर के
रहूँगी ना तेरे साथ, अरे, छोड़ मेरा हाथ
जिया में है कोई बात, ज़बा पे है कोई बात
कैसी तू बनती है री अई-अई, हट
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
जई जो जई
अरे, जायगी कहाँ ए पोरी
अरे, जायगी कहाँ तेरे पिछे ये पोरा अई जो अई
अई जो अई, हट
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
ऐसा ही बंगला तेरे लिए बाँधु तो पाए जिया चैन
एक कर वादा तो बाहों मे झुलूँ तेरे बिना रैन
ऐसा ही बंगला तेरे लिए बाँधु तो पाए जिया चैन
एक कर वादा तो बाहों मे झुलूँ तेरे बिना रैन
सदा साथ निभावूँ कहीं और ना जाऊँ
कभी हाथ ना आये, कभी दिल में समाये
काहे सतवती है री?
अई जो अई, हट
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
ए जई जो जई
अरे, जाएगी कहाँ ए पोरी
अरे, जाएगी कहाँ तेरे पिछे ये पोरा अई जो अई
अई जो अई, हट
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
दरिया किनारे एक बंगलो, गं पोरी जई जो जई
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Basu Manohari Lyrics powered by www.musixmatch.com