Chaha to Bahut Songtext
von Kumar Sanu & Bela Sulakhe
Chaha to Bahut Songtext
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
दिल ही तो है, तुम पे आ ही गया
दिल का सनम ये क़ुसूर नहीं
चाहा तो बहुत, चाहा तो बहुत
चाहा तो बहुत...
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
दिल ही तो है, तुम पे आ ही गया
दिल का सनम ये क़ुसूर नहीं
चाहा तो बहुत, हो, चाहा तो बहुत
तेरा नाम है इन होंठों पे
सीने में है तस्वीर तेरी
तूने मुझ को अपना माना
ये है सनम तक़दीर मेरी
हो, ये है सनम तक़दीर मेरी
दिल ये पुकारे मिलके सनम हम
दिल ये पुकारे मिलके सनम हम
होंगे कभी अब दूर नहीं
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
दिल ही तो है, तुम पे आ ही गया
दिल का सनम ये क़ुसूर नहीं
चाहा तो बहुत, हो, चाहा तो बहुत
जाने किस तरह वो जीते हैं
जिन का कोई दिलदार नहीं
पत्थर होंगे उन के दिल में
जिन को किसी से प्यार नहीं
ओ, जिन को किसी से प्यार नहीं
करती ना कैसे इक़रार तुम से?
करती ना कैसे इक़रार तुम से?
इतने भी हम मग़रूर नहीं
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
दिल ही तो है, तुम पे आ ही गया
दिल का सनम ये क़ुसूर नहीं
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
चाहा तो बहुत, हो, चाहा तो बहुत
चाहा तो बहुत...
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
दिल ही तो है, तुम पे आ ही गया
दिल का सनम ये क़ुसूर नहीं
चाहा तो बहुत, चाहा तो बहुत
चाहा तो बहुत...
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
दिल ही तो है, तुम पे आ ही गया
दिल का सनम ये क़ुसूर नहीं
चाहा तो बहुत, हो, चाहा तो बहुत
तेरा नाम है इन होंठों पे
सीने में है तस्वीर तेरी
तूने मुझ को अपना माना
ये है सनम तक़दीर मेरी
हो, ये है सनम तक़दीर मेरी
दिल ये पुकारे मिलके सनम हम
दिल ये पुकारे मिलके सनम हम
होंगे कभी अब दूर नहीं
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
दिल ही तो है, तुम पे आ ही गया
दिल का सनम ये क़ुसूर नहीं
चाहा तो बहुत, हो, चाहा तो बहुत
जाने किस तरह वो जीते हैं
जिन का कोई दिलदार नहीं
पत्थर होंगे उन के दिल में
जिन को किसी से प्यार नहीं
ओ, जिन को किसी से प्यार नहीं
करती ना कैसे इक़रार तुम से?
करती ना कैसे इक़रार तुम से?
इतने भी हम मग़रूर नहीं
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
दिल ही तो है, तुम पे आ ही गया
दिल का सनम ये क़ुसूर नहीं
चाहा तो बहुत ना चाहे तुझे
चाहत पे मगर कोई ज़ोर नहीं
चाहा तो बहुत, हो, चाहा तो बहुत
चाहा तो बहुत...
Writer(s): Anu Malik, Faaiz Anwar Lyrics powered by www.musixmatch.com