Aashiq Ko Chahiye Songtext
von K.L. Saigal
Aashiq Ko Chahiye Songtext
आह को चाहिए एक उम्र असर होने तक
कौन जीता है तेरी ज़ुल्फ़ के सर होने तक
आशिक़ी सब्र-तलब और तमन्ना बेताब
दिल का क्या रंग करूँ ख़ून-ए-जिगर होने तक
हमने माना कि तग़ाफ़ुल न करोगे लेकिन
ख़ाक हो जाएँगे हम तुमको ख़बर होने तक
ग़म-ए-हस्ती का ′असद' किससे हो जुज़-मर्ग इलाज
शमा हर रंग में जलती है सहर होने तक
आह को चाहिए एक उम्र असर होने तक
कौन जीता है तेरी ज़ुल्फ़ के सर होने तक
आशिक़ी सब्र-तलब और तमन्ना बेताब
दिल का क्या रंग करूँ ख़ून-ए-जिगर होने तक
हमने माना कि तग़ाफ़ुल न करोगे लेकिन
ख़ाक हो जाएँगे हम तुमको ख़बर होने तक
ग़म-ए-हस्ती का ′असद' किससे हो जुज़-मर्ग इलाज
शमा हर रंग में जलती है सहर होने तक
आह को चाहिए एक उम्र असर होने तक
Writer(s): Ghalib Lyrics powered by www.musixmatch.com