Mon Re Songtext
von KK
Mon Re Songtext
अरे मोन रे
तुझे कौन दिलासा चाइये
मोन रे
अरे मोन रे
तेरी खोज का अंत ना पार कहीं है
मोन रे
मतवाले मन बंजारे
जाना तुझे कौन दिशा रे
काँधे ले आशा का संदूक
बेगानी है ये नगरिया
बंद है हर दिल कि किवड़िया
धरती क्यूँ खंजर सांस ले
हर एक शय पे फैली फैली धुप
चितकबरी मैली मैली धुप
मतवाले मन बंजारे
रस्ता तेरा रोके हवा रे
जीवन का कैसा है ये रूप
खोयी खोयी है मुस्काने
खोया है प्यार कहाँ रे
धरती क्यूँ दुश्मन सा सुलूक
हर एक शय पे फैली फैली धुप
चितकबरी मैली मैली धुप
ना तो सुकून कि बारिशें
ना छावं कि गुंजाइशें
सेहमी आँखों में खो गई
लोरियों कि फरमाइशें
कहो किसकी हैं ये साज़िशें
ये मेरा हैं आसमान
उड़ने का शौक मुझे करू क्या
चलता रहे मेरा ये सफ़र
मुझको ना किसिकी फीकर
एक कतरा जीवन का बदलेंगे हम
मतवाले मन बंजारे
चलना भी एक नशारे
काँधे ले आशा का संदूक
फिर लौटेंगी मुस्काने
करके खुशियों के बहाने
बदलेगी अपना ये सुलूक
हर एक शय पे फैली फैली धुप
चितकबरी मैली मैली धुप
बेगानी सी ये नगरिया
खोले की दिल की किवड़िया
जीवन का बदलेगा रे रूप
गाएंगी सारी दिशाएं
गाएंगी शौक हवाएं
बदलेगी अपना ये सुलूक
हर एक शय पे फैली फैली धुप
चितकबरी मैली मैली धुप
ना तो सुकून कि बारिशें
ना छावं कि गुंजाइशें
सेहमी आँखों में खो गई
लोरियों कि फरमाइशें
कहो किसकी हैं ये शाज़िशें
लोरियों कि फरमाइशें
कहो किसकी हैं ये शाज़िशें
तुझे कौन दिलासा चाइये
मोन रे
अरे मोन रे
तेरी खोज का अंत ना पार कहीं है
मोन रे
मतवाले मन बंजारे
जाना तुझे कौन दिशा रे
काँधे ले आशा का संदूक
बेगानी है ये नगरिया
बंद है हर दिल कि किवड़िया
धरती क्यूँ खंजर सांस ले
हर एक शय पे फैली फैली धुप
चितकबरी मैली मैली धुप
मतवाले मन बंजारे
रस्ता तेरा रोके हवा रे
जीवन का कैसा है ये रूप
खोयी खोयी है मुस्काने
खोया है प्यार कहाँ रे
धरती क्यूँ दुश्मन सा सुलूक
हर एक शय पे फैली फैली धुप
चितकबरी मैली मैली धुप
ना तो सुकून कि बारिशें
ना छावं कि गुंजाइशें
सेहमी आँखों में खो गई
लोरियों कि फरमाइशें
कहो किसकी हैं ये साज़िशें
ये मेरा हैं आसमान
उड़ने का शौक मुझे करू क्या
चलता रहे मेरा ये सफ़र
मुझको ना किसिकी फीकर
एक कतरा जीवन का बदलेंगे हम
मतवाले मन बंजारे
चलना भी एक नशारे
काँधे ले आशा का संदूक
फिर लौटेंगी मुस्काने
करके खुशियों के बहाने
बदलेगी अपना ये सुलूक
हर एक शय पे फैली फैली धुप
चितकबरी मैली मैली धुप
बेगानी सी ये नगरिया
खोले की दिल की किवड़िया
जीवन का बदलेगा रे रूप
गाएंगी सारी दिशाएं
गाएंगी शौक हवाएं
बदलेगी अपना ये सुलूक
हर एक शय पे फैली फैली धुप
चितकबरी मैली मैली धुप
ना तो सुकून कि बारिशें
ना छावं कि गुंजाइशें
सेहमी आँखों में खो गई
लोरियों कि फरमाइशें
कहो किसकी हैं ये शाज़िशें
लोरियों कि फरमाइशें
कहो किसकी हैं ये शाज़िशें
Writer(s): Shantanu Moitra, Swanand Kirkire Lyrics powered by www.musixmatch.com