Aankhon Aankhon Mein Songtext
von KK & Sunidhi Chauhan
Aankhon Aankhon Mein Songtext
आँखों-आँखों में दिल गया
चाहा जिसको वो मिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
मेरा दिलबर मेरे पास है
कितना हसीं एहसास है
मौक़ा यही है इज़हार का
मत छेड़ो यूँ दूर से (दूर से, दूर से)
मत छेड़ो यूँ दूर से, हम तो है मजबूर से
छाया नशा के तुम पास हो
आँखों-आँखों में दिल गया
चाहा जिसको वो मिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
फ़ासलें कह रहे, "पास आने भी दो
बाज़ुओं में सनम टूट जाने भी दो"
फ़ासलें कह रहे, "पास आने भी दो
बाज़ुओं में सनम टूट जाने भी दो"
बेताबियाँ बड़ा रहा समाँ ख़ुमार का
लमहा यही तो है सुकून का, क़रार का
क़रार का, क़रार का
चाहत का गुंचा खिल गया
चाहत का गुंचा खिल गया
चाहा जिसको वो मिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
इश्क़ की आँच से जिस्म जलने लगा
मैंने रोका बहुत, मन मचलने लगा
ओ, इश्क़ की आँच से जिस्म जलने लगा
मैंने रोका बहुत, मन मचलने लगा
उलझी तेरी लाटों को आज मैं सवार दूँ
बाँहों के दायरे में ये घड़ी गुज़ार दूँ
गुज़ार दूँ, गुज़ार दूँ
ये सारा मंज़र हिल गया
ये सारा मंज़र हिल गया
आँखों-आँखों में दिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
आँखों-आँखों में दिल गया
चाहा जिसको वो मिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
मत छेड़ो यूँ दूर से (दूर से, दूर से)
मत छेड़ो यूँ दूर से, हम तो है मजबूर से
छाया नशा के तुम पास हो
आँखों-आँखों में दिल गया
चाहा जिसको वो मिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
चाहा जिसको वो मिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
मेरा दिलबर मेरे पास है
कितना हसीं एहसास है
मौक़ा यही है इज़हार का
मत छेड़ो यूँ दूर से (दूर से, दूर से)
मत छेड़ो यूँ दूर से, हम तो है मजबूर से
छाया नशा के तुम पास हो
आँखों-आँखों में दिल गया
चाहा जिसको वो मिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
फ़ासलें कह रहे, "पास आने भी दो
बाज़ुओं में सनम टूट जाने भी दो"
फ़ासलें कह रहे, "पास आने भी दो
बाज़ुओं में सनम टूट जाने भी दो"
बेताबियाँ बड़ा रहा समाँ ख़ुमार का
लमहा यही तो है सुकून का, क़रार का
क़रार का, क़रार का
चाहत का गुंचा खिल गया
चाहत का गुंचा खिल गया
चाहा जिसको वो मिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
इश्क़ की आँच से जिस्म जलने लगा
मैंने रोका बहुत, मन मचलने लगा
ओ, इश्क़ की आँच से जिस्म जलने लगा
मैंने रोका बहुत, मन मचलने लगा
उलझी तेरी लाटों को आज मैं सवार दूँ
बाँहों के दायरे में ये घड़ी गुज़ार दूँ
गुज़ार दूँ, गुज़ार दूँ
ये सारा मंज़र हिल गया
ये सारा मंज़र हिल गया
आँखों-आँखों में दिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
आँखों-आँखों में दिल गया
चाहा जिसको वो मिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
मत छेड़ो यूँ दूर से (दूर से, दूर से)
मत छेड़ो यूँ दूर से, हम तो है मजबूर से
छाया नशा के तुम पास हो
आँखों-आँखों में दिल गया
चाहा जिसको वो मिल गया
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
हुआ सिलसिला शुरू प्यार का
Writer(s): Anu Malik, Sameer Lyrics powered by www.musixmatch.com