Amar Akbar Anthony Songtext
von Kishore Kumar, Mahendra Kapoor & Shailendra Singh
Amar Akbar Anthony Songtext
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
एक, एक से भले दो, दो, दो से भले तीन
दूल्हा-दुल्हन साथ नहीं, बाजा है, बारात नहीं
अरे, दूल्हा-दुल्हन साथ नहीं, बाजा है, बारात नहीं
कुछ डरने की बात नहीं
ये मिलन की रैना है, कोई ग़म की रात नहीं
यारों, हँसो, बना रखी है क्यूँ ये सूरत रोनी?
यारों, हँसो, बना रखी है क्यूँ ये सूरत रोनी?
एक जगह जब जमा हों तीनों
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
एक, एक से भले दो, दो, दो से भले तीन
शम्मा के परवानों को, इस घर के मेहमानों को
शम्मा के परवानों को, इस घर के मेहमानों को
पहचानो अन्जानों को
कैसे बात मतलब की समझाऊँ दीवानों को
सपन सलोने लेके आई है ये रात सलोनी
सपन सलोने लेके आई है ये रात सलोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
एक, एक से भले दो, दो, दो से भले तीन
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
एक, एक से भले दो, दो, दो से भले तीन
दूल्हा-दुल्हन साथ नहीं, बाजा है, बारात नहीं
अरे, दूल्हा-दुल्हन साथ नहीं, बाजा है, बारात नहीं
कुछ डरने की बात नहीं
ये मिलन की रैना है, कोई ग़म की रात नहीं
यारों, हँसो, बना रखी है क्यूँ ये सूरत रोनी?
यारों, हँसो, बना रखी है क्यूँ ये सूरत रोनी?
एक जगह जब जमा हों तीनों
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
एक, एक से भले दो, दो, दो से भले तीन
शम्मा के परवानों को, इस घर के मेहमानों को
शम्मा के परवानों को, इस घर के मेहमानों को
पहचानो अन्जानों को
कैसे बात मतलब की समझाऊँ दीवानों को
सपन सलोने लेके आई है ये रात सलोनी
सपन सलोने लेके आई है ये रात सलोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
एक, एक से भले दो, दो, दो से भले तीन
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Pyarelal Lyrics powered by www.musixmatch.com

