Babul Ka Ghar (Sad) Songtext
von Kishore Kumar & Alka Yagnik
Babul Ka Ghar (Sad) Songtext
भैया तेरे अंगना की मैं हूँ ऐसी चिड़िया रे
रात-भर बसेरा है, सुबह उड़ जाना है
सुबह उड़ जाना है
यादें तेरे बचपन की हम सब को रुलाएँगी
फिर भी तेरी डोली को काँधा तो लगाना है
काँधा तो लगाना है
रात-भर बसेरा है, सुबह उड़ जाना है
सुबह उड़ जाना है
यादें तेरे बचपन की हम सब को रुलाएँगी
फिर भी तेरी डोली को काँधा तो लगाना है
काँधा तो लगाना है
Writer(s): Kalyanji Virji Shah, Anandji V. Shah, Anjaan Lekhak Lyrics powered by www.musixmatch.com