Yeh Dil Sun Raha Hai Songtext
von Kavita Krishnamurthy
Yeh Dil Sun Raha Hai Songtext
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
ऐ, मेरे हमनशीं, मैं वहाँ, तू जहाँ
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
मेरी सदा में बोले तू, ये कोई क्या जाने
मेरी सदा में बोले तू, ये कोई क्या जाने
गीत में है, साज़ में है तू ही तू, नग़मा कहाँ?
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
ऐ, मेरे हमनशीं, मैं वहाँ, तू जहाँ
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
दर्द-ए-मोहब्बत के सिवा मैं भी क्या? तू भी क्या?
दर्द-ए-मोहब्बत के सिवा मैं भी क्या? तू भी क्या?
ये ज़मीं हम, आसमाँ हम, अब हमें जाना कहाँ? जाना कहाँ?
अब हमें जाना कहाँ? जाना कहाँ?
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
ऐ, मेरे हमनशीं, मैं वहाँ, तू जहाँ
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
मेरी सदा में बोले तू, ये कोई क्या जाने
मेरी सदा में बोले तू, ये कोई क्या जाने
गीत में है, साज़ में है तू ही तू, नग़मा कहाँ?
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
ऐ, मेरे हमनशीं, मैं वहाँ, तू जहाँ
ये दिल सुन रहा है तेरे दिल की ज़ुबाँ
दर्द-ए-मोहब्बत के सिवा मैं भी क्या? तू भी क्या?
दर्द-ए-मोहब्बत के सिवा मैं भी क्या? तू भी क्या?
ये ज़मीं हम, आसमाँ हम, अब हमें जाना कहाँ? जाना कहाँ?
अब हमें जाना कहाँ? जाना कहाँ?
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Jatin Pandit, Lalit Lyrics powered by www.musixmatch.com