Chhutti Kar Di Meri Songtext
von Kavita Krishnamurthy
Chhutti Kar Di Meri Songtext
कितनी चिकनी है तेरी महबूबा
तूने सारा जहान घूम लिया
मैं हूँ इक रसभरी, मेरे मेहबूब
मैंने नज़रों से तुझको चूम लिया
अरे, छुट्टी, छुट्टी, छुट्टी
छुट्टी कर दी मेरी पड़ी निगाह जब यार की
आज बदन में भर गई मस्ती चली हवा जो प्यार की
छुट्टी कर दी मेरी पड़ी निगाह जब यार की
आज बदन में भर गई मस्ती चली हवा जो प्यार की
छुट्टी कर दी मेरी...
बंदी हूँ मैं काम की, माँग रही तेरा प्यार
ढूँढ ले दुनियाँ नहीं मिलेगा मेरे जैसा यार
बंदी हूँ मैं काम की माँग रही तेरा प्यार
ढूँढ ले दुनियाँ नहीं मिलेगा मेरे जैसा यार
कुछ मेरा लेले, कुछ अपना देदे
कुछ मेरा लेले, कुछ अपना देदे
नज़रों से तस्वीर खींच दूँ
मैंं अपने दिलदार की
छुट्टी कर दी मेरी पड़ी निगाह जब यार की
आज बदन में भर गई मस्ती चली हवा जो प्यार की
छुट्टी कर दी मेरी...
रुप मेरा तूफ़ान है, मैं लाखों में एक
रुप मेरा तूफ़ान है, मैं लाखों में एक
इश्क़ मेरा भी कम नहीं, तू आँख मिला के देख
इश्क़ मेरा भी कम नहीं, तू आँख मिला के देख
कुछ मेरा लेले, कुछ अपना देदे
कुछ मेरा लेले, कुछ अपना देदे
नजरों से तस्वीर खींच दूँ
मैंं अपने दिलदार की
छुट्टी कर दी मेरी पड़ी निगाह जब यार की
आज बदन में भर गई मस्ती चली हवा जो प्यार की
छुट्टी कर दी मेरी...
तूने सारा जहान घूम लिया
मैं हूँ इक रसभरी, मेरे मेहबूब
मैंने नज़रों से तुझको चूम लिया
अरे, छुट्टी, छुट्टी, छुट्टी
छुट्टी कर दी मेरी पड़ी निगाह जब यार की
आज बदन में भर गई मस्ती चली हवा जो प्यार की
छुट्टी कर दी मेरी पड़ी निगाह जब यार की
आज बदन में भर गई मस्ती चली हवा जो प्यार की
छुट्टी कर दी मेरी...
बंदी हूँ मैं काम की, माँग रही तेरा प्यार
ढूँढ ले दुनियाँ नहीं मिलेगा मेरे जैसा यार
बंदी हूँ मैं काम की माँग रही तेरा प्यार
ढूँढ ले दुनियाँ नहीं मिलेगा मेरे जैसा यार
कुछ मेरा लेले, कुछ अपना देदे
कुछ मेरा लेले, कुछ अपना देदे
नज़रों से तस्वीर खींच दूँ
मैंं अपने दिलदार की
छुट्टी कर दी मेरी पड़ी निगाह जब यार की
आज बदन में भर गई मस्ती चली हवा जो प्यार की
छुट्टी कर दी मेरी...
रुप मेरा तूफ़ान है, मैं लाखों में एक
रुप मेरा तूफ़ान है, मैं लाखों में एक
इश्क़ मेरा भी कम नहीं, तू आँख मिला के देख
इश्क़ मेरा भी कम नहीं, तू आँख मिला के देख
कुछ मेरा लेले, कुछ अपना देदे
कुछ मेरा लेले, कुछ अपना देदे
नजरों से तस्वीर खींच दूँ
मैंं अपने दिलदार की
छुट्टी कर दी मेरी पड़ी निगाह जब यार की
आज बदन में भर गई मस्ती चली हवा जो प्यार की
छुट्टी कर दी मेरी...
Writer(s): Onkar Prasad Nayyar, Jalalabadi Qamar Lyrics powered by www.musixmatch.com