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Ya Khudara Maaf Kar Songtext
von Kailash Kher

Ya Khudara Maaf Kar Songtext

या खुदारा, माफ़ कर
या खुदारा, माफ़ कर
मेरा, मेरा इंसाफ़ कर
या खुदारा, माफ़ कर

क्यूँ उफ़नता है समंदर सीने के इक कोने में?
हो, क्यूँ उफ़नता है समंदर सीने के इक कोने में?
खा के गर्दिश ख्वाहिशें, अब आग बहती रोने में
आग बहती रोने में


या खुदारा, माफ़ कर
मेरा, मेरा इंसाफ़ कर
(माफ़ कर)

तेरी नज़रें हो करम, अब मौत में हालात हैं
ओ, तेरी नज़रें हो करम, अब मौत में हालात हैं
चल रही साँसें, मगर रूह मेरी बेजान है
रूह मेरी बेजान है

या खुदारा, माफ़ कर (माफ़ कर)
मेरा (इंसाफ़ कर)
मेरा इंसाफ़ कर
या खुदारा, माफ़ कर (खुदारा)

या खुदारा, माफ़ कर (माफ़ कर)
या खुदारा, माफ़ कर (खुदारा)

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