Mein Aur Meri Tanhai Songtext
von Jagjit Singh & Chitra Singh
Mein Aur Meri Tanhai Songtext
आवारा हैं गलियों में मैं और मेरी तन्हाई
जाएँ तो कहाँ जाएँ
जाएँ तो कहाँ जाएँ
हर मोड़ पे रुस्वाई
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
ये फूल से चेहरे हैं हँसते हुए गुलदस्ते
कोई भी नहीं अपना बेगाने हैं सब रस्ते
राहें हैं तमाशाई राही भी तमाशाई
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
अरमान सुलगते हैं सीने में चिता जैसे
क़ातिल नज़र आती है दुनिया की हवा जैसे
रोती है मेरे दिल पर बजती हुई शहनाई
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
आकाश के माथे पर तारों का चराग़ां है
पहलू में मगर मेरे ज़ख्मों का गुलिस्तां है
आँखों से लहू टपका दामन में बहार आई
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
जाएँ तो कहाँ जाएँ
जाएँ तो कहाँ जाएँ
हर मोड़ पे रुस्वाई
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
ये फूल से चेहरे हैं हँसते हुए गुलदस्ते
कोई भी नहीं अपना बेगाने हैं सब रस्ते
राहें हैं तमाशाई राही भी तमाशाई
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
अरमान सुलगते हैं सीने में चिता जैसे
क़ातिल नज़र आती है दुनिया की हवा जैसे
रोती है मेरे दिल पर बजती हुई शहनाई
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
आकाश के माथे पर तारों का चराग़ां है
पहलू में मगर मेरे ज़ख्मों का गुलिस्तां है
आँखों से लहू टपका दामन में बहार आई
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
Writer(s): Jagjit Singh Dhiman, Ali Sardar Jafri, Roshan Nadan Lyrics powered by www.musixmatch.com