Mahv-E-Khayal-E-Yaar Hain Songtext
von Hemlata
Mahv-E-Khayal-E-Yaar Hain Songtext
अब रंज से, खुशी से, बहारों, खिज़ाओ से क्या
अब रंज से, खुशी से, बहारों, खिज़ाओ से क्या
महव-ए-ख़याल-ए-यार है हमको जहाँ से क्या
महव-ए-ख़याल-ए-यार है
उनका ख़याल, उनकी तलब, उनकी आरज़ू
उनका ख़याल, उनकी तलब, उनकी आरज़ू
जिस दिल में हो वो माँगे किसी मेहरबाँ से क्या
महव-ए-ख़याल-ए-यार है
हमने चिराग़ रख दिया तूफ़ाँ के सामने
हमने चिराग़ रख दिया तूफ़ाँ के सामने
पीछे हटेगा इश्क़ किसी इम्तिहाँ से क्या
महव-ए-ख़याल-ए-यार है
कोई चले, चले ना चले, हम तो चल पड़े
कोई चले, चले ना चले, हम तो चल पड़े
मंज़िल की जिसको धुन हो उसे कारवाँ से क्या
मंज़िल की जिसको धुन हो
ये बात सोचने की है वो हो के मेहरबाँ
ये बात सोचने की है वो हो के मेहरबाँ
पूछेंगे हाल-ए-दिल तो कहेंगे ज़ुबाँ से क्या
महव-ए-ख़याल-ए-यार है
अब रंज से, खुशी से, बहारों, खिज़ाओ से क्या
महव-ए-ख़याल-ए-यार है हमको जहाँ से क्या
महव-ए-ख़याल-ए-यार है
उनका ख़याल, उनकी तलब, उनकी आरज़ू
उनका ख़याल, उनकी तलब, उनकी आरज़ू
जिस दिल में हो वो माँगे किसी मेहरबाँ से क्या
महव-ए-ख़याल-ए-यार है
हमने चिराग़ रख दिया तूफ़ाँ के सामने
हमने चिराग़ रख दिया तूफ़ाँ के सामने
पीछे हटेगा इश्क़ किसी इम्तिहाँ से क्या
महव-ए-ख़याल-ए-यार है
कोई चले, चले ना चले, हम तो चल पड़े
कोई चले, चले ना चले, हम तो चल पड़े
मंज़िल की जिसको धुन हो उसे कारवाँ से क्या
मंज़िल की जिसको धुन हो
ये बात सोचने की है वो हो के मेहरबाँ
ये बात सोचने की है वो हो के मेहरबाँ
पूछेंगे हाल-ए-दिल तो कहेंगे ज़ुबाँ से क्या
महव-ए-ख़याल-ए-यार है
Writer(s): Ravindra Jain Lyrics powered by www.musixmatch.com