Main Garibon Ka Dil Hoon Songtext
von Hemant Kumar
Main Garibon Ka Dil Hoon Songtext
हा, हा-हा, हा-हा, ह-हा
हा, हा-हा, हा-हा, ह-हा
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
बेकसों के लिए प्यार का आसमाँ
बेकसों के लिए प्यार का आसमाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
मैं जो गाता चलूँ, साथ महफ़िल चले
(साथ महफ़िल चले, साथ महफ़िल चले)
मैं जो बढ़ता चलूँ, साथ मंज़िल चले
(साथ मंज़िल चले), साथ मंज़िल चले
मुझे राहें दिखाती चलें बिजलियाँ
मुझे राहें दिखाती चलें बिजलियाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
हुस्न भी देखकर मुझको हैरान है
(देखो हैरान है, देखो हैरान है)
इश्क़ को मुझसे मिलने का अरमान है
(देखो अरमान है), देखो अरमान है
अपनी दुनिया का हूँ मैं हसीं नौजवाँ
अपनी दुनिया का हूँ मैं हसीं नौजवाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
कारवाँ ज़िंदगानी का रुकता नहीं
(हाँ जी, रुकता नहीं, हाँ जी, रुकता नहीं)
बादशाहों के आगे मैं झुकता नहीं
(हाँ जी झुकता नहीं), मैं तो झुकता नहीं
चाँद-तारों से आगे मेरा आशियाँ
चाँद-तारों से आगे मेरा आशियाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
(तू ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ)
(तू ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ)
(बेकसों के लिए प्यार का आसमाँ)
(बेकसों के लिए प्यार का आसमाँ)
(तू ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ)
(तू ग़रीबों का दिल हूँ, वतन...)
हा, हा-हा, हा-हा, ह-हा
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
बेकसों के लिए प्यार का आसमाँ
बेकसों के लिए प्यार का आसमाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
मैं जो गाता चलूँ, साथ महफ़िल चले
(साथ महफ़िल चले, साथ महफ़िल चले)
मैं जो बढ़ता चलूँ, साथ मंज़िल चले
(साथ मंज़िल चले), साथ मंज़िल चले
मुझे राहें दिखाती चलें बिजलियाँ
मुझे राहें दिखाती चलें बिजलियाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
हुस्न भी देखकर मुझको हैरान है
(देखो हैरान है, देखो हैरान है)
इश्क़ को मुझसे मिलने का अरमान है
(देखो अरमान है), देखो अरमान है
अपनी दुनिया का हूँ मैं हसीं नौजवाँ
अपनी दुनिया का हूँ मैं हसीं नौजवाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
कारवाँ ज़िंदगानी का रुकता नहीं
(हाँ जी, रुकता नहीं, हाँ जी, रुकता नहीं)
बादशाहों के आगे मैं झुकता नहीं
(हाँ जी झुकता नहीं), मैं तो झुकता नहीं
चाँद-तारों से आगे मेरा आशियाँ
चाँद-तारों से आगे मेरा आशियाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
मैं ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ
(तू ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ)
(तू ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ)
(बेकसों के लिए प्यार का आसमाँ)
(बेकसों के लिए प्यार का आसमाँ)
(तू ग़रीबों का दिल हूँ, वतन की ज़बाँ)
(तू ग़रीबों का दिल हूँ, वतन...)
Writer(s): Jaipuri Hasrat, Sardar Malik Lyrics powered by www.musixmatch.com