Kuch Dur Songtext
von Hariharan
Kuch Dur Songtext
कुछ दूर हमारे साथ चलो
कुछ दूर हमारे साथ चलो
हम दिल की कहानी कह देंगे
समझें ना जिसे तुम आँखों से
वो बात ज़बानी कह देंगे
कुछ दूर हमारे साथ चलो
फूलों की तरह जब होंठों पर
इक शोख़ तबस्सुम बिखरेगा
फूलों की तरह जब होंठों पर
इक शोख़ तबस्सुम बिखरेगा
धीरे से तुम्हारे कानों में
धीरे से तुम्हारे कानों में
इक बात पुरानी कह देंगे
समझें ना जिसे तुम आँखों से
वो बात ज़बानी कह देंगे
कुछ दूर हमारे साथ चलो
इज़हार-ए-वफ़ा तुम क्या समझो
इक़रार-ए-वफ़ा तुम क्या जानो
इज़हार-ए-वफ़ा तुम क्या समझो
इक़रार-ए-वफ़ा तुम क्या जानो
इज़हार-ए-वफ़ा तुम क्या समझो
इक़रार-ए-वफ़ा तुम क्या जानो
हम ज़िक्र करेंगे ग़ैरों का
हम ज़िक्र करेंगे ग़ैरों का
और अपनी कहानी कह देंगे
समझें ना जिसे तुम आँखों से
वो बात ज़बानी कह देंगे
कुछ दूर हमारे साथ चलो
मौसम तो बड़ा ही ज़ालिम है
तूफ़ान उठाता रहता है
मौसम तो बड़ा ही ज़ालिम है
तूफ़ान उठाता रहता है
कुछ लोग मगर इस हलचल को
कुछ लोग मगर इस हलचल को
बद-मस्त जवानी कह देंगे
समझें ना जिसे तुम आँखों से
वो बात ज़बानी कह देंगे
कुछ दूर हमारे साथ चलो
कुछ दूर हमारे साथ चलो
कुछ दूर हमारे साथ चलो
हम दिल की कहानी कह देंगे
समझें ना जिसे तुम आँखों से
वो बात ज़बानी कह देंगे
कुछ दूर हमारे साथ चलो
फूलों की तरह जब होंठों पर
इक शोख़ तबस्सुम बिखरेगा
फूलों की तरह जब होंठों पर
इक शोख़ तबस्सुम बिखरेगा
धीरे से तुम्हारे कानों में
धीरे से तुम्हारे कानों में
इक बात पुरानी कह देंगे
समझें ना जिसे तुम आँखों से
वो बात ज़बानी कह देंगे
कुछ दूर हमारे साथ चलो
इज़हार-ए-वफ़ा तुम क्या समझो
इक़रार-ए-वफ़ा तुम क्या जानो
इज़हार-ए-वफ़ा तुम क्या समझो
इक़रार-ए-वफ़ा तुम क्या जानो
इज़हार-ए-वफ़ा तुम क्या समझो
इक़रार-ए-वफ़ा तुम क्या जानो
हम ज़िक्र करेंगे ग़ैरों का
हम ज़िक्र करेंगे ग़ैरों का
और अपनी कहानी कह देंगे
समझें ना जिसे तुम आँखों से
वो बात ज़बानी कह देंगे
कुछ दूर हमारे साथ चलो
मौसम तो बड़ा ही ज़ालिम है
तूफ़ान उठाता रहता है
मौसम तो बड़ा ही ज़ालिम है
तूफ़ान उठाता रहता है
कुछ लोग मगर इस हलचल को
कुछ लोग मगर इस हलचल को
बद-मस्त जवानी कह देंगे
समझें ना जिसे तुम आँखों से
वो बात ज़बानी कह देंगे
कुछ दूर हमारे साथ चलो
कुछ दूर हमारे साथ चलो
Writer(s): Ibrahim Ashq, Hariharan Anantha Subramani Lyrics powered by www.musixmatch.com