Bhige Hue Lamhe Songtext
von Hariharan
Bhige Hue Lamhe Songtext
भीगे हुए लम्हों का एहसास चुरा ले जा
भीगे हुए लम्हों का एहसास चुरा ले जा
दौलत ये मेरे दिल की चुपके से उठा ले जा
भीगे हुए लम्हों का...
तू हमसे ख़फ़ा क्यूँ है? तू हमसे जुदा क्यूँ है?
तू हमसे ख़फ़ा क्यूँ है? तू हमसे जुदा क्यूँ है?
इक पल के लिए आजा...
इक पल के लिए आजा, सदियों का मज़ा ले जा
इक पल के लिए आजा, सदियों का मज़ा ले जा
दौलत ये मेरे दिल की चुपके से उठा ले जा
भीगे हुए लम्हों का...
ये रस्म निभाने में तेरा ही भला होगा
ये रस्म निभाने में तेरा ही भला होगा
मैं फूल हूँ, तू मेरी...
मैं फूल हूँ, तू मेरी ख़ुशबू ही उड़ा ले जा
मैं फूल हूँ, तू मेरी ख़ुशबू ही उड़ा ले जा
दौलत ये मेरे दिल की चुपके से उठा ले जा
भीगे हुए लम्हों का...
आँसू नहीं छलकें तो रोने का मज़ा क्या है?
आँसू नहीं छलकें तो रोने का मज़ा क्या है?
कर और सितम मुझ पे...
कर और सितम मुझ पे या अपनी सज़ा ले जा
कर और सितम मुझ पे या अपनी सज़ा ले जा
दौलत ये मेरे दिल की चुपके से उठा ले जा
भीगे हुए लम्हों का एहसास चुरा ले जा
भीगे हुए लम्हों का...
भीगे हुए लम्हों का एहसास चुरा ले जा
दौलत ये मेरे दिल की चुपके से उठा ले जा
भीगे हुए लम्हों का...
तू हमसे ख़फ़ा क्यूँ है? तू हमसे जुदा क्यूँ है?
तू हमसे ख़फ़ा क्यूँ है? तू हमसे जुदा क्यूँ है?
इक पल के लिए आजा...
इक पल के लिए आजा, सदियों का मज़ा ले जा
इक पल के लिए आजा, सदियों का मज़ा ले जा
दौलत ये मेरे दिल की चुपके से उठा ले जा
भीगे हुए लम्हों का...
ये रस्म निभाने में तेरा ही भला होगा
ये रस्म निभाने में तेरा ही भला होगा
मैं फूल हूँ, तू मेरी...
मैं फूल हूँ, तू मेरी ख़ुशबू ही उड़ा ले जा
मैं फूल हूँ, तू मेरी ख़ुशबू ही उड़ा ले जा
दौलत ये मेरे दिल की चुपके से उठा ले जा
भीगे हुए लम्हों का...
आँसू नहीं छलकें तो रोने का मज़ा क्या है?
आँसू नहीं छलकें तो रोने का मज़ा क्या है?
कर और सितम मुझ पे...
कर और सितम मुझ पे या अपनी सज़ा ले जा
कर और सितम मुझ पे या अपनी सज़ा ले जा
दौलत ये मेरे दिल की चुपके से उठा ले जा
भीगे हुए लम्हों का एहसास चुरा ले जा
भीगे हुए लम्हों का...
Writer(s): Ibrahim Ashq, Hariharan Anantha Subramani Lyrics powered by www.musixmatch.com