Ik Tu Hi Tu Hi Songtext
von Hans Raj Hans
Ik Tu Hi Tu Hi Songtext
तेरा शहर जो पीछे छूट रहा
कुछ अंदर-अंदर, टूट रहा
हैरान हैं मेरे, दो नैना
ये झरना कहाँ से फूट रहा
INSTRUMENTAL
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ
रब खो गया
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ हाए
सब खो गया
ਤੇਰੀਆਂ ਮੋਹੱਬਤਾਂ ਨੇ, ਲੁੱਟੀ-ਪੁੱਟੀ ਸਾਈਆਂ
ਤੇਰੀਆਂ ਮੋਹੱਬਤਾ ਨੇ, ਸੱਚੇਯਾਂ ਸਤਾਈਆਂ
ਖਾਲੀ ਹੱਥ ਮੋੜੀ ਨਾ ਤੂੰ, ਖਾਲੀ ਹੱਥ ਆਈਆਂ
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ
रब खो गया
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ
हाए, सब खो गया
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
काँच पे चलना, आँच में जलना
जितने भी दर्द हैं माये
सह ना सके ये, ਜਿੰਦੜੀ
ज़हर को पी के, सूली पे जी के
निकले जो दम कभी
तो इन दर्दों से छूटे, ਜਿੰਦੜੀ
यूँ वक्त कटे, मेरी जान घटे
अरमान सभी, टुकड़ों में बँटे
काँच पे चलना, आँच में जलना
जितने भी दर्द हैं माये
सह ना सके ये, ਜਿੰਦੜੀ
ਤੇਰੀਆਂ ਜੁਦਾਈਆਂ ਅੱਗੇ ਦੁੱਖ ਸਾਰੇ ਛੋਟੇ
ਤੇਰੀਆਂ ਜੁਦਾਈਆਂ ਅੱਗੇ ਸੁਖ ਸਾਰੇ ਖੋਟੇ
पल-पल होते मेरे दिल दे टोटे
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ
रब खो गया
INSTRUMENTAL
दिल की गागर से, सात सागर से
छलके हैं तो क्यों ये पाँचों
दरिया भी हैराँ हो गए
साज़ तन-मन के, सोने से खनके
साथ मेरे था जब मेरा
अब तो ये वीराँ हो गए
तेरे गम को ਮਿਟਾਵਾਂ कैसे?
तुझको ਭੁਲਾਵਾਂ कैसे?
लगियाँ ਨਿਭਾਵਾਂ कैसे?
बिछड़े को ਪਾਵਾਂ कैसे?
दिल की गागर से, सात सागर से
छलके हैं तो क्यों ये पाँचों
दरिया भी हैराँ हो गए
ਤੇਰੀਆਂ ਮੋਹੱਬਤਾਂ ਨੇ, हक़ भी दिए हैं
ਤੇਰੀਆਂ ਮੋਹੱਬਤਾਂ ਨੇ, दुःख भी दिए हैं
ਤੁਹਾਡੇ ਬਿਨਾਂ ਲਖ ਵਾਰੀ, मर के जिए हैं
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ
रब खो गया
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
कुछ अंदर-अंदर, टूट रहा
हैरान हैं मेरे, दो नैना
ये झरना कहाँ से फूट रहा
INSTRUMENTAL
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ
रब खो गया
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ हाए
सब खो गया
ਤੇਰੀਆਂ ਮੋਹੱਬਤਾਂ ਨੇ, ਲੁੱਟੀ-ਪੁੱਟੀ ਸਾਈਆਂ
ਤੇਰੀਆਂ ਮੋਹੱਬਤਾ ਨੇ, ਸੱਚੇਯਾਂ ਸਤਾਈਆਂ
ਖਾਲੀ ਹੱਥ ਮੋੜੀ ਨਾ ਤੂੰ, ਖਾਲੀ ਹੱਥ ਆਈਆਂ
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ
रब खो गया
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ
हाए, सब खो गया
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
काँच पे चलना, आँच में जलना
जितने भी दर्द हैं माये
सह ना सके ये, ਜਿੰਦੜੀ
ज़हर को पी के, सूली पे जी के
निकले जो दम कभी
तो इन दर्दों से छूटे, ਜਿੰਦੜੀ
यूँ वक्त कटे, मेरी जान घटे
अरमान सभी, टुकड़ों में बँटे
काँच पे चलना, आँच में जलना
जितने भी दर्द हैं माये
सह ना सके ये, ਜਿੰਦੜੀ
ਤੇਰੀਆਂ ਜੁਦਾਈਆਂ ਅੱਗੇ ਦੁੱਖ ਸਾਰੇ ਛੋਟੇ
ਤੇਰੀਆਂ ਜੁਦਾਈਆਂ ਅੱਗੇ ਸੁਖ ਸਾਰੇ ਖੋਟੇ
पल-पल होते मेरे दिल दे टोटे
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ
रब खो गया
INSTRUMENTAL
दिल की गागर से, सात सागर से
छलके हैं तो क्यों ये पाँचों
दरिया भी हैराँ हो गए
साज़ तन-मन के, सोने से खनके
साथ मेरे था जब मेरा
अब तो ये वीराँ हो गए
तेरे गम को ਮਿਟਾਵਾਂ कैसे?
तुझको ਭੁਲਾਵਾਂ कैसे?
लगियाँ ਨਿਭਾਵਾਂ कैसे?
बिछड़े को ਪਾਵਾਂ कैसे?
दिल की गागर से, सात सागर से
छलके हैं तो क्यों ये पाँचों
दरिया भी हैराँ हो गए
ਤੇਰੀਆਂ ਮੋਹੱਬਤਾਂ ਨੇ, हक़ भी दिए हैं
ਤੇਰੀਆਂ ਮੋਹੱਬਤਾਂ ਨੇ, दुःख भी दिए हैं
ਤੁਹਾਡੇ ਬਿਨਾਂ ਲਖ ਵਾਰੀ, मर के जिए हैं
ਮੇਂਡਾ ਤਾਂ ਹੈ
रब खो गया
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
जब-जब चाहा तूने, रज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने, खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने, खुद में मिलाया
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
इक तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही, तू ही
Writer(s): Irshad Kamil Lyrics powered by www.musixmatch.com