Dil Hoom Hoom Kare (From “Rudaali”) Songtext
von Bhupen Hazarika & Lata Mangeshkar
Dil Hoom Hoom Kare (From “Rudaali”) Songtext
दिल हुम हुम करे घबराए
घन धम धम करे डर जाए की
एक बूँद कभी पानी
मोरी अँखियो से बरसाए
दिल हुम हुम करे घबराए
तेरी झोरी डारू
सब सूखे पाट जो आए
तेरा छुआ लागे
मेरी सुखी दार हरियाए
दिल हुम हुम करे घबराए
जिस तन को छुआ तूने
उस तन को छुपाउ
जिस मन को लगे नैना
वो किसको दिखाओ
ओ मोरे चंद्रमा
तेरी चाँदनी अंग जलाए
तेरी उँची अटारी
मैने पंख लिए कटवाए
दिल हुम हुम करे घबराए
घन धम धम करे डरजाए
एक बूँद कभी पानी की
मोरी अँखियो से बरसाए
दिल हुम हुम करे घबराए
घन धम धम करे डर जाए की
एक बूँद कभी पानी
मोरी अँखियो से बरसाए
दिल हुम हुम करे घबराए
तेरी झोरी डारू
सब सूखे पाट जो आए
तेरा छुआ लागे
मेरी सुखी दार हरियाए
दिल हुम हुम करे घबराए
जिस तन को छुआ तूने
उस तन को छुपाउ
जिस मन को लगे नैना
वो किसको दिखाओ
ओ मोरे चंद्रमा
तेरी चाँदनी अंग जलाए
तेरी उँची अटारी
मैने पंख लिए कटवाए
दिल हुम हुम करे घबराए
घन धम धम करे डरजाए
एक बूँद कभी पानी की
मोरी अँखियो से बरसाए
दिल हुम हुम करे घबराए
Writer(s): Gulzar, Bhupen Hazarika Lyrics powered by www.musixmatch.com