Chera Kya Dekhte Ho Songtext
von Asha Bhosle & Kumar Sanu
Chera Kya Dekhte Ho Songtext
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
मौसम पल में बदल जाएगा
पत्थर दिल भी पिघल जाएगा
मेरी मोहब्बत में है
कितना असर देखो ना
कितना असर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
मौसम पल में बदल जाएगा
पत्थर दिल भी पिघल जाएगा
मेरी मोहब्बत में है
कितना असर देखो ना
कितना असर देखो ना
थोड़े क़रीब आओ, ऐसे ना इतराओ
मुझसे, सनम, दूर बैठे हो क्या?
थोड़े क़रीब आओ, ऐसे ना इतराओ
मुझसे, सनम, दूर बैठे हो क्या?
बेचैन कर दूँगा इतना तुम्हें
आके लिपट जाओगी, दिलरुबा
ऐसे क्या सोचती हो?
आके इधर देखो ना
आके इधर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
मैं तो तुम्हारी हूँ, तुम पे दिल हारी हूँ
फिर किस लिए हैं ये बेताबियाँ?
मैं तो तुम्हारी हूँ, तुम पे दिल हारी हूँ
फिर किस लिए हैं ये बेताबियाँ?
आके गले से लगा लो मुझे
अब दूरियाँ ना रहें दरमियाँ
किस ने तुम्हें रोका है?
शाम-ओ-सहर देखो ना
शाम-ओ-सहर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
मौसम पल में बदल जाएगा
पत्थर दिल भी पिघल जाएगा
मेरी मोहब्बत में है
कितना असर देखो ना
कितना असर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
मौसम पल में बदल जाएगा
पत्थर दिल भी पिघल जाएगा
मेरी मोहब्बत में है
कितना असर देखो ना
कितना असर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
मौसम पल में बदल जाएगा
पत्थर दिल भी पिघल जाएगा
मेरी मोहब्बत में है
कितना असर देखो ना
कितना असर देखो ना
थोड़े क़रीब आओ, ऐसे ना इतराओ
मुझसे, सनम, दूर बैठे हो क्या?
थोड़े क़रीब आओ, ऐसे ना इतराओ
मुझसे, सनम, दूर बैठे हो क्या?
बेचैन कर दूँगा इतना तुम्हें
आके लिपट जाओगी, दिलरुबा
ऐसे क्या सोचती हो?
आके इधर देखो ना
आके इधर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
मैं तो तुम्हारी हूँ, तुम पे दिल हारी हूँ
फिर किस लिए हैं ये बेताबियाँ?
मैं तो तुम्हारी हूँ, तुम पे दिल हारी हूँ
फिर किस लिए हैं ये बेताबियाँ?
आके गले से लगा लो मुझे
अब दूरियाँ ना रहें दरमियाँ
किस ने तुम्हें रोका है?
शाम-ओ-सहर देखो ना
शाम-ओ-सहर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
मौसम पल में बदल जाएगा
पत्थर दिल भी पिघल जाएगा
मेरी मोहब्बत में है
कितना असर देखो ना
कितना असर देखो ना
चेहरा क्या देखते हो?
दिल में उतर कर देखो ना
दिल में उतर कर देखो ना
Writer(s): Saifi Nadeem, Rathod Shravan, Pandy Sameer (t) Lyrics powered by www.musixmatch.com