Na Bole Tum Na Maine Kuchh Kaha Songtext
von Asha Bhosle & Amit Kumar
Na Bole Tum Na Maine Kuchh Kaha Songtext
ना बोले तुम, ना मैंने कुछ कहा, कहा
मगर ना जाने ऐसा क्यूँ लगा, लगा
के धूप में खिला है चाँद, दिन में रात हो गई
ये प्यार की बिना कहे-सुने ही बात हो गई
ना बोले तुम, ना मैंने कुछ कहा, कहा
मगर ना जाने ऐसा क्यूँ लगा, लगा
के धूप में खिला है चाँद, दिन में रात हो गई
ये प्यार की बिना कहे-सुने ही बात हो गई
बदल रही है ज़िंदगी, बदल रहे हैं हम
थिरक रहे हैं जाने आज क्यूँ मेरे कदम
मेरे कदम, मेरे कदम
किसी को हो ना हो, मगर हमें तो है पता
ना बोले तुम, ना मैंने कुछ कहा, कहा
मगर ना जाने ऐसा क्यूँ लगा, लगा
के धूप में खिला है चाँद, दिन में रात हो गई
ये प्यार की बिना कहे-सुने ही बात हो गई
घुली सी आज साँसों में किसी की साँस है
साँस है, साँस है
ये कौन आज दिल के मेरे आसपास है?
ये धीरे-धीरे हो रहा है प्यार का नशा
ना बोले तुम, ना मैंने कुछ कहा (कहा), कहा (कहा)
मगर ना जाने ऐसा क्यूँ लगा (लगा), लगा (लगा)
के धूप में खिला है चाँद, दिन में रात हो गई
ये प्यार की बिना कहे-सुने ही बात हो गई
ये लग रहा है सारी उलझने सुलझ गई
सुलझ गई, सुलझ गई
ये धड़कनों की बात धड़कने समझ गई
ना बोलिए के बोलने को कुछ नहीं रहा
ना बोले तुम, ना मैंने कुछ कहा, कहा
मगर ना जाने ऐसा क्यूँ लगा, लगा
के धूप में खिला है चाँद, दिन में रात हो गई
ये प्यार की बिना कहे-सुने ही बात हो गई
मगर ना जाने ऐसा क्यूँ लगा, लगा
के धूप में खिला है चाँद, दिन में रात हो गई
ये प्यार की बिना कहे-सुने ही बात हो गई
ना बोले तुम, ना मैंने कुछ कहा, कहा
मगर ना जाने ऐसा क्यूँ लगा, लगा
के धूप में खिला है चाँद, दिन में रात हो गई
ये प्यार की बिना कहे-सुने ही बात हो गई
बदल रही है ज़िंदगी, बदल रहे हैं हम
थिरक रहे हैं जाने आज क्यूँ मेरे कदम
मेरे कदम, मेरे कदम
किसी को हो ना हो, मगर हमें तो है पता
ना बोले तुम, ना मैंने कुछ कहा, कहा
मगर ना जाने ऐसा क्यूँ लगा, लगा
के धूप में खिला है चाँद, दिन में रात हो गई
ये प्यार की बिना कहे-सुने ही बात हो गई
घुली सी आज साँसों में किसी की साँस है
साँस है, साँस है
ये कौन आज दिल के मेरे आसपास है?
ये धीरे-धीरे हो रहा है प्यार का नशा
ना बोले तुम, ना मैंने कुछ कहा (कहा), कहा (कहा)
मगर ना जाने ऐसा क्यूँ लगा (लगा), लगा (लगा)
के धूप में खिला है चाँद, दिन में रात हो गई
ये प्यार की बिना कहे-सुने ही बात हो गई
ये लग रहा है सारी उलझने सुलझ गई
सुलझ गई, सुलझ गई
ये धड़कनों की बात धड़कने समझ गई
ना बोलिए के बोलने को कुछ नहीं रहा
ना बोले तुम, ना मैंने कुछ कहा, कहा
मगर ना जाने ऐसा क्यूँ लगा, लगा
के धूप में खिला है चाँद, दिन में रात हो गई
ये प्यार की बिना कहे-सुने ही बात हो गई
Writer(s): Yogesh, Nagrath Rajesh Roshan Lyrics powered by www.musixmatch.com