Teri Khushboo (Male) Songtext
von Arijit Singh
Teri Khushboo (Male) Songtext
तेरी खुशबू और तेरी साँसें
क़तरा-क़तरा सब भुलाएँगे
सिलवटें जो तुमने छोड़ी है
धीरे-धीरे सब मिटाएँगे
काटने को इतनी लंबी उम्र आगे है
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे है
आँख नम होती है, होने दो
होंठ लेकिन मुस्कुराएँगे
उसकी रातों से सुबह अपनी
रफ़्ता-रफ़्ता खींच लाएँगे
ऐसा कोई दिल नहीं, जो कभी टूटा नहीं
काँच से उम्मीद क्या रखना
ऐसा कोई दिल नहीं, जो कभी टूटा नहीं
काँच से उम्मीद क्या रखना
काटने को इतनी लंबी उम्र आगे है
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे है
आँख नम होती है, होने दो
होंठ लेकिन मुस्कुराएँगे
उसकी रातों से सुबह अपनी
रफ़्ता-रफ़्ता खींच लाएँगे
चल नयी शुरुआत कर, भूल के जो हो गया
हाथ पे यूँ हाथ क्या रखना, हो
चल नयी शुरुआत कर, भूल के जो हो गया
हाथ पे यूँ हाथ क्या रखना
काटने को इतनी लंबी उम्र आगे है
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे है
तेरी खुशबू और तेरी साँसें
क़तरा-क़तरा सब भुलाएँगे
सिलवटें जो तुमने छोड़ी है
धीरे-धीरे सब मिटाएँगे
क़तरा-क़तरा सब भुलाएँगे
सिलवटें जो तुमने छोड़ी है
धीरे-धीरे सब मिटाएँगे
काटने को इतनी लंबी उम्र आगे है
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे है
आँख नम होती है, होने दो
होंठ लेकिन मुस्कुराएँगे
उसकी रातों से सुबह अपनी
रफ़्ता-रफ़्ता खींच लाएँगे
ऐसा कोई दिल नहीं, जो कभी टूटा नहीं
काँच से उम्मीद क्या रखना
ऐसा कोई दिल नहीं, जो कभी टूटा नहीं
काँच से उम्मीद क्या रखना
काटने को इतनी लंबी उम्र आगे है
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे है
आँख नम होती है, होने दो
होंठ लेकिन मुस्कुराएँगे
उसकी रातों से सुबह अपनी
रफ़्ता-रफ़्ता खींच लाएँगे
चल नयी शुरुआत कर, भूल के जो हो गया
हाथ पे यूँ हाथ क्या रखना, हो
चल नयी शुरुआत कर, भूल के जो हो गया
हाथ पे यूँ हाथ क्या रखना
काटने को इतनी लंबी उम्र आगे है
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे है
तेरी खुशबू और तेरी साँसें
क़तरा-क़तरा सब भुलाएँगे
सिलवटें जो तुमने छोड़ी है
धीरे-धीरे सब मिटाएँगे
Writer(s): Jeet Gannguli, Rashmi Singh Lyrics powered by www.musixmatch.com