Raazi Songtext
von Arijit Singh
Raazi Songtext
पुरपेच है राहें जीने की
क़िस्मत एक टेढ़ी बाज़ी है
तुम हाथ पकड़ लो इरादे का
राह सीधी है ′गर दिल राज़ी
अगर दिल राज़ी है
लगन की बाज़ी है, चोट भी ताज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल राज़ी है
लगन की बाज़ी है, चोट भी ताज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल राज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल...
अगर दिल, अगर दिल राज़ी है
(अगर दिल राज़ी है, अगर दिल राज़ी है)
(राज़ी है, राज़ी है) अगर दिल राज़ी है
कहाँ ले जाएँ दिल? जो हद है, बेहद है
ओ, लगन में जान जाए, वहीं तो सरहद है
(लगन में जान जाए, वहीं तो सरहद है)
अधूरा आगे है, मुक़म्मिल माज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल राज़ी है
(अगर दिल राज़ी है)
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल...
अगर दिल, अगर दिल राज़ी है
अगर दिल राज़ी है, अगर दिल राज़ी है
राज़ी है, राज़ी है, अगर दिल राज़ी, राज़ी है
हवाएँ देख कर चलना
ना मिट्टी पर क़दम रखना
निशाँ रह जाएँगे नीचे
खुद अपनी आग में जलना
हवाएँ देख कर चलना
ना मिट्टी पर क़दम रखना
निशाँ रह जाएँगे नीचे
खुद अपनी आग में जलना
(खुद अपनी आग में जलना)
लगन की बाज़ी है, चोट भी ताज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल राज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल...
अगर दिल, hmm, अगर दिल राज़ी है
अगर दिल राज़ी है, अगर दिल राज़ी है
राज़ी है, राज़ी है, अगर दिल राज़ी, राज़ी है
(हक़ खुदाया, हक़ खुदाया)
(हक़ खुदाया, हक़ खुदाया)
(हक़ खुदाया, हक़ खुदाया)
(हक़ खुदाया, हक़ खुदाया)
अगर दिल राज़ी है, अगर दिल राज़ी है
अगर दिल, अगर दिल...
अगर दिल, अगर दिल राज़ी है
क़िस्मत एक टेढ़ी बाज़ी है
तुम हाथ पकड़ लो इरादे का
राह सीधी है ′गर दिल राज़ी
अगर दिल राज़ी है
लगन की बाज़ी है, चोट भी ताज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल राज़ी है
लगन की बाज़ी है, चोट भी ताज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल राज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल...
अगर दिल, अगर दिल राज़ी है
(अगर दिल राज़ी है, अगर दिल राज़ी है)
(राज़ी है, राज़ी है) अगर दिल राज़ी है
कहाँ ले जाएँ दिल? जो हद है, बेहद है
ओ, लगन में जान जाए, वहीं तो सरहद है
(लगन में जान जाए, वहीं तो सरहद है)
अधूरा आगे है, मुक़म्मिल माज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल राज़ी है
(अगर दिल राज़ी है)
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल...
अगर दिल, अगर दिल राज़ी है
अगर दिल राज़ी है, अगर दिल राज़ी है
राज़ी है, राज़ी है, अगर दिल राज़ी, राज़ी है
हवाएँ देख कर चलना
ना मिट्टी पर क़दम रखना
निशाँ रह जाएँगे नीचे
खुद अपनी आग में जलना
हवाएँ देख कर चलना
ना मिट्टी पर क़दम रखना
निशाँ रह जाएँगे नीचे
खुद अपनी आग में जलना
(खुद अपनी आग में जलना)
लगन की बाज़ी है, चोट भी ताज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल राज़ी है
लगा दे दाँव पर दिल, अगर दिल...
अगर दिल, hmm, अगर दिल राज़ी है
अगर दिल राज़ी है, अगर दिल राज़ी है
राज़ी है, राज़ी है, अगर दिल राज़ी, राज़ी है
(हक़ खुदाया, हक़ खुदाया)
(हक़ खुदाया, हक़ खुदाया)
(हक़ खुदाया, हक़ खुदाया)
(हक़ खुदाया, हक़ खुदाया)
अगर दिल राज़ी है, अगर दिल राज़ी है
अगर दिल, अगर दिल...
अगर दिल, अगर दिल राज़ी है
Writer(s): Shankar Ehsaan Loy, Gulzar Lyrics powered by www.musixmatch.com