Dil Udd Ja Re (Revisited) Songtext
von Arijit Singh
Dil Udd Ja Re (Revisited) Songtext
लमहा यूँ दुखता क्यूँ?
क्यूँ मैं १०० दफ़ा ख़ुद से हूँ ख़फ़ा?
कैसे पूछूँ निकला क्यूँ
इतना बेवफ़ा? ख़ुद से हूँ ख़फ़ा?
ख़्वाहिशें तो करते हैं
ज़िंदगी से डरते हैं, डूबते-उबरते हैं
टूटे जो तारे, रूठे हैं सारे
दिल, तू उड़ जा रे, रस्ता दिखला रे
नैना ये गुमसुम से, चाहें ये क्या?
मुझ को क्या पता
इन में जो सपने थे (क्यूँ वो लापता?)
मुझ को क्या पता
ख़्वाहिशें तो करते हैं
ज़िंदगी से डरते हैं, डूबते-उबरते हैं
टूटे जो तारे, रूठे हैं सारे
दिल, तू उड़ जा रे, रस्ता दिखला रे
क्यूँ मैं १०० दफ़ा ख़ुद से हूँ ख़फ़ा?
कैसे पूछूँ निकला क्यूँ
इतना बेवफ़ा? ख़ुद से हूँ ख़फ़ा?
ख़्वाहिशें तो करते हैं
ज़िंदगी से डरते हैं, डूबते-उबरते हैं
टूटे जो तारे, रूठे हैं सारे
दिल, तू उड़ जा रे, रस्ता दिखला रे
नैना ये गुमसुम से, चाहें ये क्या?
मुझ को क्या पता
इन में जो सपने थे (क्यूँ वो लापता?)
मुझ को क्या पता
ख़्वाहिशें तो करते हैं
ज़िंदगी से डरते हैं, डूबते-उबरते हैं
टूटे जो तारे, रूठे हैं सारे
दिल, तू उड़ जा रे, रस्ता दिखला रे
Writer(s): Arijit Singh, Neelesh Misra Lyrics powered by www.musixmatch.com