Rang Hain Pheeke Ghata Kya Hai Songtext
von Anuradha Paudwal & Sonu Nigam
Rang Hain Pheeke Ghata Kya Hai Songtext
रंग हैं फीके, घटा क्या है
कँवल कुछ भी नहीं
रंग हैं फीके, घटा क्या है, कँवल कुछ भी नहीं
रंग हैं फीके, घटा क्या है, कँवल कुछ भी नहीं
सामने तेरे, सनम, ताजमहल कुछ भी नहीं
हुस्न के मय का हो जादू कि पहेली कोई
हुस्न के मय का हो जादू कि पहेली कोई
इन सवालों का मुझे लगता है हल कुछ भी नहीं
रंग हैं फीके, घटा क्या है, कँवल कुछ भी नहीं
कल के वादे पे ना कर इश्क़ में बेकल मुझको
कल के वादे पे ना कर इश्क़ में बेकल मुझको
कल के वादे पे...
कल के वादे पे ना कर इश्क़ में बेकल मुझको
जो भी है आज, इसी वक़्त है, कल कुछ भी नहीं
इन सवालों का मुझे लगता है हल कुछ भी नहीं
हुस्न के मय का हो जादू कि पहेली कोई
तेरे होंठों के ये दो मिस्रे हैं इतने मीठे
तेरे होंठों के ये दो मिस्रे हैं इतने मीठे
तेरे होंठों के...
तेरे होंठों के ये दो मिस्रे हैं इतने मीठे
मद-भरे गीत, जवानी की ग़ज़ल कुछ भी नहीं
इन सवालों का मुझे लगता है हल कुछ भी नहीं
हुस्न के मय का हो जादू कि पहेली कोई
हो, पहेली कोई
हाँ, कँवल कुछ भी नहीं
हो, पहेली कोई
कँवल कुछ भी नहीं
रंग हैं फीके, घटा क्या है, कँवल कुछ भी नहीं
रंग हैं फीके, घटा क्या है, कँवल कुछ भी नहीं
सामने तेरे, सनम, ताजमहल कुछ भी नहीं
हुस्न के मय का हो जादू कि पहेली कोई
हुस्न के मय का हो जादू कि पहेली कोई
इन सवालों का मुझे लगता है हल कुछ भी नहीं
रंग हैं फीके, घटा क्या है, कँवल कुछ भी नहीं
कल के वादे पे ना कर इश्क़ में बेकल मुझको
कल के वादे पे ना कर इश्क़ में बेकल मुझको
कल के वादे पे...
कल के वादे पे ना कर इश्क़ में बेकल मुझको
जो भी है आज, इसी वक़्त है, कल कुछ भी नहीं
इन सवालों का मुझे लगता है हल कुछ भी नहीं
हुस्न के मय का हो जादू कि पहेली कोई
तेरे होंठों के ये दो मिस्रे हैं इतने मीठे
तेरे होंठों के ये दो मिस्रे हैं इतने मीठे
तेरे होंठों के...
तेरे होंठों के ये दो मिस्रे हैं इतने मीठे
मद-भरे गीत, जवानी की ग़ज़ल कुछ भी नहीं
इन सवालों का मुझे लगता है हल कुछ भी नहीं
हुस्न के मय का हो जादू कि पहेली कोई
हो, पहेली कोई
हाँ, कँवल कुछ भी नहीं
हो, पहेली कोई
Writer(s): Madan Pal Lyrics powered by www.musixmatch.com