Tujhe Bhoolna To Chaha Lekin Bhoola Na Paye Songtext
von Anuradha Paudwal & Nitin Mukesh
Tujhe Bhoolna To Chaha Lekin Bhoola Na Paye Songtext
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
जितना भुलाना चाहा...
जितना भुलाना चाहा, तुम उतना याद आए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
जितना भुलाना चाहा...
जितना भुलाना चाहा, तुम उतना याद आए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
गुज़रे ज़माने संगदिल, देखी ना तेरी सूरत
गुज़रे ज़माने संगदिल, देखी ना तेरी सूरत
दिल को सता रही है तेरे प्यार की ज़रूरत
आए जब भी याद तेरी...
आए जब भी याद तेरी, मेरी नींद रूठ जाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तूने क़दर ना जाना अनमोल चाहतों का
तूने क़दर ना जाना अनमोल चाहतों का
खाया है मैंने धोखा तुझ से मोहब्बतों का
अल्लाह करे ये धोखा...
अल्लाह करे ये धोखा तू भी किसी से खाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
है फ़ुर्क़तों को मारा, है मज़ा ही कुछ निराला
है फ़ुर्क़तों को मारा, है मज़ा ही कुछ निराला
दे कर लहू जिगर का ये रोग मैंने पाला
सादिक़ जहाँ में ऐसा...
सादिक़ जहाँ में ऐसा कोई रोग को लगाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
जितना भुलाना चाहा...
जितना भुलाना चाहा, तुम उतना याद आए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
जितना भुलाना चाहा...
जितना भुलाना चाहा, तुम उतना याद आए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
जितना भुलाना चाहा...
जितना भुलाना चाहा, तुम उतना याद आए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
गुज़रे ज़माने संगदिल, देखी ना तेरी सूरत
गुज़रे ज़माने संगदिल, देखी ना तेरी सूरत
दिल को सता रही है तेरे प्यार की ज़रूरत
आए जब भी याद तेरी...
आए जब भी याद तेरी, मेरी नींद रूठ जाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तूने क़दर ना जाना अनमोल चाहतों का
तूने क़दर ना जाना अनमोल चाहतों का
खाया है मैंने धोखा तुझ से मोहब्बतों का
अल्लाह करे ये धोखा...
अल्लाह करे ये धोखा तू भी किसी से खाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
है फ़ुर्क़तों को मारा, है मज़ा ही कुछ निराला
है फ़ुर्क़तों को मारा, है मज़ा ही कुछ निराला
दे कर लहू जिगर का ये रोग मैंने पाला
सादिक़ जहाँ में ऐसा...
सादिक़ जहाँ में ऐसा कोई रोग को लगाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
जितना भुलाना चाहा...
जितना भुलाना चाहा, तुम उतना याद आए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
तुझे भूलना तो चाहा, लेकिन भुला ना पाए
Writer(s): Nikhil-vinay, Madan Pal, Anwar, Sadiq, Payam Saeedi Lyrics powered by www.musixmatch.com