Mehfil mein bar bar Songtext
von Alka Yagnik, Kumar Sanu
Mehfil mein bar bar Songtext
महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
Hey, महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
हमने बचाई लाख फिर भी उधर गई
मैं क्या करूँ? दिल क्या करे? मैं क्या करूँ?
महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
हाँ, महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
हमने बचाई लाख फिर भी उधर गई
मैं क्या करूँ? दिल क्या करे? मैं क्या करूँ?
ये मौसम आया है दिलबर कितने साल में
मेरा दिल खोया है तेरे ही ख़्याल में
ना तो मेरा दोष है, ना तेरा क़ुसूर है
मुझ पे जो छाया है तेरा ही सुरूर है
आई तू सामने धड़कन ठहर गई
Hey, आई तू सामने धड़कन ठहर गई
हमने बचाई लाख फिर भी उधर गई
मैं क्या करूँ? दिल क्या करे? मैं क्या करूँ?
Soldier, soldier मीठी बातें बोलकर
दिल तू चुरा ले गया
Soldier, soldier मीठी बातें बोलकर
दिल तेरा उड़ा ले गया
तन्हाई कहती है कुछ भी ना कहना है
बाँहों में सोना है, पलकों में रहना है
साँसों को बाँधा है साँसों की डोर से
तोड़े ना टूटेगी दुनिया के ज़ोर से
दामन में टूट के मैं तो बिखर गई
हाँ, दामन में टूट के मैं तो बिखर गई
हमने बचाई लाख फिर भी उधर गई
मैं क्या करूँ? दिल क्या करे? मैं क्या करूँ?
महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
Hey, महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
हमने बचाई लाख फिर भी उधर गई
मैं क्या करूँ? दिल क्या करे? मैं क्या करूँ?
Hey, महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
हमने बचाई लाख फिर भी उधर गई
मैं क्या करूँ? दिल क्या करे? मैं क्या करूँ?
महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
हाँ, महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
हमने बचाई लाख फिर भी उधर गई
मैं क्या करूँ? दिल क्या करे? मैं क्या करूँ?
ये मौसम आया है दिलबर कितने साल में
मेरा दिल खोया है तेरे ही ख़्याल में
ना तो मेरा दोष है, ना तेरा क़ुसूर है
मुझ पे जो छाया है तेरा ही सुरूर है
आई तू सामने धड़कन ठहर गई
Hey, आई तू सामने धड़कन ठहर गई
हमने बचाई लाख फिर भी उधर गई
मैं क्या करूँ? दिल क्या करे? मैं क्या करूँ?
Soldier, soldier मीठी बातें बोलकर
दिल तू चुरा ले गया
Soldier, soldier मीठी बातें बोलकर
दिल तेरा उड़ा ले गया
तन्हाई कहती है कुछ भी ना कहना है
बाँहों में सोना है, पलकों में रहना है
साँसों को बाँधा है साँसों की डोर से
तोड़े ना टूटेगी दुनिया के ज़ोर से
दामन में टूट के मैं तो बिखर गई
हाँ, दामन में टूट के मैं तो बिखर गई
हमने बचाई लाख फिर भी उधर गई
मैं क्या करूँ? दिल क्या करे? मैं क्या करूँ?
महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
Hey, महफ़िल में बार-बार उन पे नज़र गई
हमने बचाई लाख फिर भी उधर गई
मैं क्या करूँ? दिल क्या करे? मैं क्या करूँ?
Writer(s): Anu Malik Lyrics powered by www.musixmatch.com