In Kadmon Ke Neeche Songtext
von Alka Yagnik & Kumar Sanu
In Kadmon Ke Neeche Songtext
इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
अरे, रे, ठहरो देखती हूँ
ना जाने शीशा है कि दिल है
कुछ पैरों के नीचे तो है
अरे, इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
अरे, रे, ठहरो देखती हूँ
ना जाने शीशा है कि दिल है
कुछ पैरों के नीचे तो है
मज़े से जा रही थी मैं
ये आ गए कहाँ से तुम?
मज़े से जा रही थी मैं
ये आ गए कहाँ से तुम?
ये राह-ए-दिल ही ऐसी है
जहाँ से हम, वहाँ से तुम
अरे, हसीनों को सताना
फिर सता के यूँ मुस्कुराना
मज़ा आए हमें, सच तो है
इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
अरे, रे, ठहरो देखती हूँ
ना जाने शीशा है कि दिल है
कुछ पैरों के नीचे तो है
बड़ी अजब ये मंज़िल है
कहीं हूँ मैं, कहीं दिल है
बड़ी अजब ये मंज़िल है
कहीं हूँ मैं, कहीं दिल है
सनम, करें भी क्या हम-तुम?
कि ये समाँ ही क़ातिल है
कम नहीं तू भी हसीना
रुत को क्या इल्ज़ाम देना?
हाँ, मुझमें भी ये सब तो है
इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
अरे, रे, ठहरो देखती हूँ
ना जाने शीशा है कि दिल है
कुछ पैरों के नीचे तो है
और इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
अरे, रे, ठहरो देखती हूँ
ना जाने शीशा है कि दिल है
कुछ पैरों के नीचे तो है
अरे, इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
अरे, रे, ठहरो देखती हूँ
ना जाने शीशा है कि दिल है
कुछ पैरों के नीचे तो है
मज़े से जा रही थी मैं
ये आ गए कहाँ से तुम?
मज़े से जा रही थी मैं
ये आ गए कहाँ से तुम?
ये राह-ए-दिल ही ऐसी है
जहाँ से हम, वहाँ से तुम
अरे, हसीनों को सताना
फिर सता के यूँ मुस्कुराना
मज़ा आए हमें, सच तो है
इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
अरे, रे, ठहरो देखती हूँ
ना जाने शीशा है कि दिल है
कुछ पैरों के नीचे तो है
बड़ी अजब ये मंज़िल है
कहीं हूँ मैं, कहीं दिल है
बड़ी अजब ये मंज़िल है
कहीं हूँ मैं, कहीं दिल है
सनम, करें भी क्या हम-तुम?
कि ये समाँ ही क़ातिल है
कम नहीं तू भी हसीना
रुत को क्या इल्ज़ाम देना?
हाँ, मुझमें भी ये सब तो है
इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
अरे, रे, ठहरो देखती हूँ
ना जाने शीशा है कि दिल है
कुछ पैरों के नीचे तो है
और इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो, क्या ऐसी ही बात है?
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Rajesh Roshan Lyrics powered by www.musixmatch.com