Sher se ladne aayee Songtext
von Mohd. Rafi & Chorus
Sher se ladne aayee Songtext
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
चिड़िया-घर में भेज दें इसको कलकत्ते या दिल्ली?
(दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
चिड़िया-घर में भेज दें इसको कलकत्ते या दिल्ली?
(दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो...
माशा-अल्लाह, आँखें देखो...
माशा-अल्लाह, आँखें देखो बिल्कुल मकड़ी जैसी हैं
अल्लाह-अल्लाह, टाँगे देखो...
अल्लाह-अल्लाह, टाँगे देखो सूखी लकड़ी जैसी हैं
डाल के चूहेदानी में...
डाल के चूहेदानी में, फेंक आते हैं पानी में?
(नहीं-नहीं, दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
चिड़िया-घर में भेज दें इसको कलकत्ते या दिल्ली?
(दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो...
दूध-मलाई चोरी का ये...
दूध-मलाई चोरी का ये खा-खा के ग़ुर्राती है
क़द है पूरे डेढ़ हाथ का...
क़द है पूरे डेढ़ हाथ का, मेरी कमर तक आती है
बिल्टी इसकी करवा दें?
बिल्टी इसकी करवा दें? बात बरेली पहुँचा दें?
(नहीं-नहीं, दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
चिड़िया-घर में भेज दें इसको कलकत्ते या दिल्ली?
(दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो...
आहा! नाज़ुक-नाज़ुक, भूरे-भूरे...
नाज़ुक-नाज़ुक, भूरे-भूरे तन पर हाथ फिराएँगे
गले में इसके बाँध के घंटी...
गले में इसके बाँध के घंटी इसको dance कराएँगे
सब को नाच दिखाएगी...
सब को नाच दिखाएगी, पैसे चार कमाएगी
(नहीं-नहीं, दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
चिड़िया-घर में भेज दें इसको कलकत्ते या दिल्ली?
(दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो...
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
चिड़िया-घर में भेज दें इसको कलकत्ते या दिल्ली?
(दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
चिड़िया-घर में भेज दें इसको कलकत्ते या दिल्ली?
(दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो...
माशा-अल्लाह, आँखें देखो...
माशा-अल्लाह, आँखें देखो बिल्कुल मकड़ी जैसी हैं
अल्लाह-अल्लाह, टाँगे देखो...
अल्लाह-अल्लाह, टाँगे देखो सूखी लकड़ी जैसी हैं
डाल के चूहेदानी में...
डाल के चूहेदानी में, फेंक आते हैं पानी में?
(नहीं-नहीं, दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
चिड़िया-घर में भेज दें इसको कलकत्ते या दिल्ली?
(दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो...
दूध-मलाई चोरी का ये...
दूध-मलाई चोरी का ये खा-खा के ग़ुर्राती है
क़द है पूरे डेढ़ हाथ का...
क़द है पूरे डेढ़ हाथ का, मेरी कमर तक आती है
बिल्टी इसकी करवा दें?
बिल्टी इसकी करवा दें? बात बरेली पहुँचा दें?
(नहीं-नहीं, दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
चिड़िया-घर में भेज दें इसको कलकत्ते या दिल्ली?
(दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो...
आहा! नाज़ुक-नाज़ुक, भूरे-भूरे...
नाज़ुक-नाज़ुक, भूरे-भूरे तन पर हाथ फिराएँगे
गले में इसके बाँध के घंटी...
गले में इसके बाँध के घंटी इसको dance कराएँगे
सब को नाच दिखाएगी...
सब को नाच दिखाएगी, पैसे चार कमाएगी
(नहीं-नहीं, दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो, शहर की इक बिल्ली
चिड़िया-घर में भेज दें इसको कलकत्ते या दिल्ली?
(दिल्ली ठीक रहेगी)
शेर से लड़ने आई, देखो...
Writer(s): Rajinder Krishan, Jaikshan Shankar Lyrics powered by www.musixmatch.com